हरियाणा सरकार सभी राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों पर 60 किलोमीटर पर ट्रॉमा सेंटर करेगी स्थापित

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-चिरायु योजना के तहत मुफ्त इलाज की सीमा को बढ़ाकर किया जाएगा 10 लाख रुपये वार्षिक : राज्यपाल 

-गरीब से गरीब व्यक्ति का उत्थान हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता: राज्यपाल

-सरकार हर हरियाणवी अग्निवीर को सरकारी नौकरी देने के लिए प्रतिबद्ध

-घर-घर गृहिणी योजना के लिए 12.29 लाख परिवारों ने कराया पंजीकरण

नई दिल्ली, 13 नवंबर : हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज 15वीं विधानसभा के प्रथम सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि समाज की प्रगति उसके सदस्यों के स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। इसलिए राज्य सरकार हर व्यक्ति को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने का काम कर रही है। इसी प्रयास को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि सभी राष्ट्रीय एवं राज्य मार्गों पर हर 60 किलोमीटर पर एक ट्रॉमा सेंटर स्थापित किया जाएगा। 100 बिस्तर वाले सिविल अस्पतालों को 200 बिस्तर तथा 200 बिस्तर वाले सिविल अस्पतालों को 300 बिस्तर वाले अस्पतालों में अपग्रेड किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मेडिकल कॉलेजों में सीटों की संख्या भी बढ़ाकर 3500 करेगी, वहीं हर जिले के सिविल अस्पताल में आई.सी.यू का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य अपने सभी नागरिकों, जिनकी पारिवारिक वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये तक है को चिरायु आयुष्मान – भारत योजना के तहत 5 लाख रुपये वार्षिक तक की मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान कर रहा है। साथ ही, चिरायु योजना के विस्तार के अंतर्गत राज्य के सभी परिवार जिनकी वार्षिक आय 1.80 रुपये से 3 लाख तक है, उन्हें 1500 रुपये के वार्षिक अंशदान पर इस योजना का लाभ प्रदान किया जा रहा है। अब चिरायु योजना के तहत मुफ्त इलाज की सीमा को बढ़ाकर 10 लाख रुपये वार्षिक किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि राज्य में हर परिवार के 70 वर्ष से अधिक आयु के सदस्यों को 5 लाख रुपये के मुफ्त इलाज की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। वर्तमान राज्य सरकार ने 18 अक्तूबर, 2024 से प्रदेश के सभी किडनी के रोगों से पीड़ितों को मुफ्त डायलिसिस की सेवाएं प्रदान की हैं। इस समय डायलिसिस की सुविधा 20 जिला अस्पतालों तथा करनाल, नूंह व रोहतक के मेडिकल कॉलेजों में उपलब्ध है।

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