- नगर निगम गुरुग्राम द्वारा वेक्टर जनित बीमारियों के नियंत्रण की दिशा में तेजी से किया जा रहा कार्य
गुरुग्राम, 25 सितंबर। नगर निगम गुरुग्राम द्वारा वेक्टर जनित बीमारियों के नियंत्रण की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है। इसके तहत निगम की 40 से अधिक टीमें क्षेत्र में फॉगिंग करने के साथ ही वाटर हॉटस्पॉट क्षेत्रों में काले तेल व दवा का छिड़काव कर रही हैं। वहीं, लारवा की जांच के लिए घर-घर निरीक्षण किया जा रहा है। नागरिक भी छोटी-छोटी सावधानियां बरतकर स्वयं को वेक्टर जनित बीमारियों से बचा सकते हैं।
नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त डा. नरहरि सिंह बांगड़ ने बताया कि वेक्टर जनित बीमारियों के नियंत्रण के लिए निगम 42 हैंड माउंटिड फॉगिंग मशीनों, 10 व्हीकल माउंटिड फॉगिंग मशीनों, लार्विसाइड स्प्रे के लिए 43 हैंड स्प्रे मशीनों के माध्यम से लगातार कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि वाटर हॉटस्पॉट क्षेत्रों में काला तेल डाला जा रहा है तथा दवा का छिड़काव लगातार जारी है। निगम टीमें हॉटस्पॉट क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रही हैं तथा लोगों को जागरूक कर रही हैं।
निगमायुक्त ने कहा कि डेंगू व चिकनगुनिया फैलाने वाला एडीज मच्छर दिन में काटता है तथा रूके व साफ पानी में ही पनपता है। छोटी-छोटी युक्ति डेंगू व चिकनगुनिया से मुक्ति दिला सकती है। नागरिक अपने घरों के आसपास गड्डों को मिट्टी से भरवा दें, अपने कूलर, होदी या अन्य पानी से भरे हुए बर्तन सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करें व कपड़े से अच्छी तरह से रगडकऱ साफ करके ही प्रयोग करें। शरीर को ढकक़र रखें तथा मच्छर रोधी दवा या क्रीम व कीटनाशक दवाई से उपचारित मच्छरदानी का उपयोग करें और पूरी बाजू के कपड़े पहनें। छतों पर रखी पानी की टंकियों को ढ़क्कन लगाकर बंद रखें तथा अधिक जोखिम वाले क्षेत्रों में घरों के अंदर कीटनाशक का छिडक़ाव करवाएं। बुखार आने पर डाक्टर की सलाह अवश्य लें। कोई भी दवा बिना डाक्टर की सलाह के ना खाएं तथा अपने घरों के आसपास पानी जमा ना होने दें। पुराना सामान जैसे टायर, ट्यूब, खाली डिब्बे, पॉलीथिन के लिफाफे खुले में ना फेकें। यदि कूलर प्रयोग में नहीं लाया जा रहा है तो उसमें पानी एकत्रित ना होने दें। हैंडपंप व नल के आसपास पानी जमा ना होने दें।
इसी प्रकार, मलेरिया संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है तथा यह जानलेवा हो सकता है। बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। मलेरिया को दूर रखने के लिए सब को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। इसके तहत प्रत्येक रविवार को अपने घर सूखा दिवस मनाएं अर्थात पानी के बर्तनों, कूलर, फूलदान, होदी आदि को खाली करें तथा सुखाकर ही पानी भरें। यदि कूलर उपयोग में नहीं है, तो उसे सुखाकर रखें। पानी की टंकियों आदि को पूरी तरह से ढकक़र रखें तथा छत पर पड़े मटके, टायर, बोतल तथा अन्य टूटे-फूटे बर्तनों को हटा दें, ताकि इनमें बरसात का पानी जमा ना हो। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें।