नई दिल्ली : सीपीएम के महासचिव व प्रमुख वाम नेता सीताराम येचुरी नहीं रहे. वे सांसों का इन्फेक्शन की बीमारी से ग्रस्त थे . उन्हें एम्स में एडमिट कराया गया था . उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था लेकिन बचाया नहीं जा सका. वे 72 साल के थे .उनके निधन से वाम राजनीति में एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है. उनके निधन पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी सहित सभी दलों के प्रमुख नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है.
राजनीतिक क्षेत्र के लोगों का कहना है कि भारतीय राजनीति के लिए भी एक अपूरनीय क्षति है. अभी कुछ समय पूर्व ही पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री व सीपीएम के बड़े नेता बुद्धदेब भट्टाचार्य का भी निधन हो गया था . श्री येचुरी के निधन के बाद देश में मार्क्सवादी आंदोलन के दो सबसे महत्वपूर्ण हस्तियों ने दुनिया को छोड़ दिया है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पूर्व संसद सदस्य सीताराम येचुरी के निधन पर शोक व्यक्त किया। एक्स पर एक भावपूर्ण संदेश में, श्री मोदी ने कहा :
“श्री सीताराम येचुरी जी के निधन से दुखी हूँ। वे वामपंथ के एक अग्रणी प्रकाश स्तंभ थे और पूरे राजनीतिक परिदृश्य में अपनी संपर्क-क्षमता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने एक प्रभावी सांसद के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।”