70 वर्ष के बाद भी स्वास्थ्य-शिक्षा व्यवस्था बदतर: अनिल विज

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गरीब से गरीब बेटा मां-बाप के इलाज को सरकारी अस्पतान नहीं भेजता

अभिभावक अपने बच्चों को पढऩे के लिए सरकारी स्कूलो में नहीं भेजते

बेहतर स्वास्थ्य और बेहतर शिक्षा व्यवस्था सरकार का वेलफेयर कार्य

 
फतह सिंह उजाला
 
70 वर्ष के बाद भी स्वास्थ्य-शिक्षा व्यवस्था बदतर: अनिल विज 2पटौदी/गुरूग्राम। सूबे के स्वास्थ्यमंत्री अनिल विज से कहा कि बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा मुहैया करना  किसी भी सरकार के अहम दो सोशल वेलफेयर के कार्य होतें हैं। यह बेहद दुर्भाग्य की बात है कि आजादी के 70 वष्ज्र्ञ बीत जाने के बाद भी सरकारें अपने इस दायित्व को पूरा नहीं कर पाई हैं। जब कि आजादी के बाद 70 वर्षों के दौरान विभिन्न सरकारें आई और गई हैं। आज गरीब से गरीब बेटा भी मां-बाप को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भेजना पसंद नहीं करता। यही हाल अभिभावका का भी है वे अपने बच्चों को पढऩे के लिए सरकारी स्कूलों में नहीं भेजते। जब से केंद्र में मोदी और सूबे में खट्टर नेतृत्व में सरकार बनी है, स्वास्थ्य सहित शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कार्य किए गए अज्ञैर किए जा रहे हैं। इससे अब लोगों की सोच में तेजी से बदलाव भी आ रहा है। यह बात सूबे के स्वास्थ्यमंत्री अनिल विज ने पटौदी स्थित आश्रम हरिमंदिर परिसर में 6 करोड़ की लागत से संन्टिस फार्मा और महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव के मार्ग दर्शन में बनाए गए आधुनिक उस्पताल के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कही।
 
मंगलवार इससे पहले विज ने विधिवत रूप से अस्पताल का उद्घाटन किया। इस मौके पर जन स्वास्थ्यमंत्री डा बनवारी लाल, सेन्टिस फार्मा प्रा लि के सीएमडी दीपक बाहरी, स्वामी अमरदेव अस्पताल के निदेशक डा तरूण कौल, रेवाड़ी विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास, एमएलए पटौदी बिमला चौधरी, एसडीएम रविंद्र यादव, सूरजपाल अम्मू व अन्य मौजूद थे।
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स्वास्थ्यमंत्री अनिल विज ने कहा कि आज के समय में सामाजिक , धार्मिक अज्ञैर प्राइवेट सेक्टर स्वास्थ्य सहित शिक्षा के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं। इसका सबूत आज हमारे सामने सेन्टिस फार्मा प्रा लि के द्वारा किया गया यह पुण्य कार्य है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों व लाड्र मैकाले ने संस्कृत भाषा को एक साजिश के तहत हमारे जीवन से अलग-थलग किया गया। जीवन का सार ही संस्कृत में समाहित है। विवाह जैसे पवित्र बंधन के समय बोले जाने वाले संस्कृत के श£ाकों के भावार्थ सहित गूढ़ उपदेशों को युवा पीढि़  समझ ले तो सामाजिक द्वेष सहित तमाम विवाद स्वयं ही समाप्त हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज संस्कृत के महत्व को समझने के बाद दुनिया के अन्य देशों में संस्कृत भाषा को तेजी से अपनाया जा रहा है। उन्होंने स्वामी अमरदेव अस्पताल के लिए 31 लाख रूपए देने की घोषणा की।
 

मोदी के रूप में देश को मिला पटेल

 
इस मौके पर महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव ने अपने दादा गुरू स्वामी अमरदेव की 132वीं जयंति पर उनका सपना साकार होने की बात कहते हुए कहा कि, एक लंबे अरसे के बाद में देश को पीएम मोदी के रूप में दूसरा सरदार पटेल मिला है। मोदी के दिल में आम जनता का दर्द है। उनका जीवन सरदार पटेल की ही तरह से फौलादी, त्यागी और बैरागी वाला है। इसी प्रकार से हरियाणा जिसे कि धरती का स्वर्ग कहा गया, यहां इस बार मोदी जैसा ही त्यागी, हमदर्द अज्ञैर बैरागी जीवन जीने वाला जनता का सेवक सीएम के रूप में मिला है। 
 

शिक्षा ही है विकास का आधार 

 
सूबे के जन स्वास्थ्यमंत्री डा बनबारी लाल ने कहा कि शिक्षा ही जीवन में विकास का आधार है। स्वस्थ और शिक्षित व्यक्ति ही विकास समाज-राष्ट्र का विकास कर सकता है। उन्होंने नव निर्मित अस्पताल के लिए 11 लाख रूपए देने की घोषणा की। एमएलए बिमला चौधरी ने कहा कि सरकार के पास धन की कोई कमी नहीं। बशर्ते की जनहित के सार्वजनिक कार्य किए जाएं। इस मौके पर जिला परिषद के अध्यक्ष कल्याण सिंह, संध्या बजाज, स्वेता, चमेलीदेवी, सीमा, ज्योति शर्मा, अनिल सरदाना, महेश गर्ग, गोबिंद पांडे, अमर सिंह नारंग, सुनरल चौहान, भूपेंद्र पड़ासौली सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे। 

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