नूंह हिंसा की हाईकोर्ट के जज से करवाई जाए जांच : सुधा भारद्वाज

Font Size
-घोटालों व घटनाओं के लिए याद रहेगा गठबंधन सरकार का कार्यकाल
-हरियाणा को मणिपुर नहीं बनने देंगे
गुरुग्राम, 1 अगस्त। हरियाणा प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुधा भारद्वाज ने नूंह व गुरुग्राम में हुई हिंसा को प्रदेश की गठबंधन सरकार की नाकामी का परिणाम करार देते हुए इस घटना की हाईकोर्ट के सिटिंग जज से जांच करवाने की मांग की है। प्रदेश वासियों को शांति व भाईचारा कायम रखने की अपील करते हुए सुधा भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश सरकार और उसकी एजेंसियां पूरी तरह नाकाम साबित हुई हैं।
उन्होंने कहा कि हरियाणा शांति व भाईचारे वाला राज्य रहा है लेकिन भाजपा इस शांत प्रदेश को भी मणिपुर बनाने पर उतारू हो चुकी है। सुधा भारद्वाज ने कहा कि लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए न तो पहले से सरकार के स्तर पर कोई कदम उठाए गए और न ही नूंह की घटना के बाद में किसी तरह की सक्रियता दिखाई गई।
इस पूरे मामले की जांच हाई कोर्ट के जस्टिस की निगरानी में होनी चाहिए। सुधा भारद्वाज ने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के कार्यकाल को घोटालों और घटनाओं के लिए ही याद किया जाएगा। सुधा भारद्वाज ने कहा कि नूंह में हुई हिंसा के बाद भी सरकार ने कोई सबक नहीं लिया और मंगलवार को गुरुग्राम व पलवल में हिंसा की घटनाएं हुई।

इससे साफ हो गया है कि प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। हरियाणा में असमाजिक तत्व बेखौफ हो चुके हैं। घटना के बाद भी मुख्यमंत्री ने अभी तक न तो जांच के आदेश दिए हैं और न ही विधानसभा का कोई प्रतिनिधिमंडल वहां भेजा है। हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक हरियाणा में यह पहला मौका जब जातीय हिंसा की घटना हुई है।

You cannot copy content of this page