नई दिल्ली : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त प्रेस बैठक में इटली की प्रधानमंत्री के साथ पत्रकारों को संबोधित किया . उन्होंने दोनों के बीच जिन विषयों को लेकर चर्चा हुई उसके बारे में बताया जबकि वैश्विक परिद्रिश्य को लेकर भी विस्तार से बात की. पीएम ने कहा कि इस वर्ष भारत और इटली अपने द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगाँठ मना रहे हैं। और इस अवसर पर हमने भारत-इटली साझेदारी को Strategic Partnership का दर्जा देने का निर्णय लिया है। हमने अपने आर्थिक संबंधों को और सुदृढ़ करने पर जोर दिया। हमारे “Make in India” और “आत्मनिर्भर भारत” अभियान से भारत में निवेश के अपार अवसर खुल रहे हैं।
पीएम ने कहा कि प्रधान मंत्री मेलोनी की पहली भारत यात्रा पर, मैं उनका और उनके डेलिगेशन का भारत में हार्दिक स्वागत करता हूँ। पिछले वर्ष के चुनावों में इटली के नागरिकों ने उन्हें प्रथम महिला एवं सबसे युवा प्रधान मंत्री के रूप में चुना। इस एतिहासिक उपलब्धि पर मैं उन्हें सभी भारतवासियों की ओर से बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ। उनके कार्यभार संभालने के कुछ दिनों बाद ही बाली में G20 समिट के दौरान हमारी पहली बैठक हुई थी।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी आज की चर्चाएं बहुत ही सार्थक और बहुत ही उपयोगी रहीं। इस वर्ष भारत और इटली अपने द्विपक्षीय संबंधों की 75वीं वर्षगाँठ मना रहे हैं। और इस अवसर पर हमने भारत-इटली साझेदारी को Strategic Partnership का दर्जा देने का निर्णय लिया है। हमने अपने आर्थिक संबंधों को और सुदृढ़ करने पर जोर दिया। हमारे “Make in India” और “आत्मनिर्भर भारत” अभियान से भारत में निवेश के अपार अवसर खुल रहे हैं। हमने Renewable Energy, Green Hydrogen, IT, semiconductors, telecom, space जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विशेष जोर दिया। भारत और इटली के बीच एक Startup Bridge की स्थापना की घोषणा आज हम कर रहे हैं, जिसका हम स्वागत करते हैं।
उनका कहना था कि एक और क्षेत्र हैं जहां दोनों देश एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं, और वह है रक्षा सहयोग का। भारत में defence manufacturing sector में co-production और co-development के अवसर बन रहे हैं, जो दोनों देशों के लिए लाभदायक हो सकते हैं। हमने दोनों देशों की सेनाओं के बीच नियमित रूप से joint exercises और training courses आयोजित करने का भी निर्णय लिया। आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और इटली कंधे से कंधा मिला कर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मज़बूत करने पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत और इटली के बीच सदियों पुराने सांस्कृतिक और people-to-people संबंध हैं। हमने वर्तमान समय की आवश्यकताओं के अनुसार इन संबंधों को एक नया स्वरुप और नई ऊर्जा देने पर विचार विमर्श किया। दोनों देशों के बीच Migration and Mobility Partnership Agreement पर चल रही वार्ता का विशेष महत्व है। इस समझौते के शीघ्र समापन से हमारे people to people रिश्ते और सुदृढ़ होंगे। हमने दोनों देशों के उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर भी बल दिया। भारत और इटली के संबंधों की 75वीं वर्षगाँठ मनाने के लिए हमने एक Action Plan बनाने का निर्णय लिया। इससे हम दोनों देशों की विविधता, इतिहास, science and technology, innovation, sports और अन्य क्षेत्रों में उपलब्धियों को वैश्विक पटल पर showcase कर सकेंगे।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड महामारी और यूक्रेन संघर्ष से उत्पन्न हुए food, fuel और fertilizers के crisis से सभी देश प्रभावित हुए हैं। विकासशील देशों पर इनका विशेष रूप से नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। हमने इस बारे मे अपनी साझा चिंता व्यक्त की। इन समस्याओं के समाधान के लिए हमने संयुक्त प्रयासों पर बल दिया। भारत की G20 अध्यक्षता में भी हम इस विषय को प्राथमिकता दे रहे हैं। यूक्रेन संघर्ष के शुरुआत से ही भारत ने यह स्पष्ट किया है कि इस विवाद को केवल डायलॉग और डिप्लोमेसी के ज़रिये ही सुलझाया जा सकता है। और भारत किसी भी शांति प्रक्रिया में योगदान देने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है। हम Indo-Pacific में इटली की सक्रीय भागीदारी का भी स्वागत करते हैं। यह बहुत ख़ुशी की बात है कि इटली ने Indo-Pacific Ocean Initiative में शामिल होने का निर्णय लिया है। इससे हम Indo-Pacific में अपना सहयोग बढ़ाने के लिए ठोस विषयों की पहचान कर सकेंगे। वैश्विक वास्तविकताओं को बेहतर तरीके से दर्शाने के लिए मल्टी-लेटरल institutions में सुधार आवश्यक है। हमने इस विषय पर भी विचार विमर्श किया।
पीएम ने कहा कि आज शाम इटली की पीएम रायसीना डायलॉग में Chief Guest के तौर पर शामिल होंगी। वहाँ उनका संबोधन सुनने के लिए सभी उत्सुक हैं।