नई दिल्ली, 6 फरवरी : रवि मितल, अध्यक्ष, आईबीबीआई ने प्रवीण कुमार, महानिदेशक और सीईओ, आईआईसीए की उपस्थिति में नई दिल्ली में आज 2023-25 सत्र के बैच के लिए 5वें ग्रेजुएट इनसॉल्वेंसी प्रोग्राम (GIP) के कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (सीईटी) की प्रक्रिया शुरू की। इस अवसर पर प्रवेश परीक्षा के लिए प्रॉस्पेक्टस भी जारी किया गया। डॉ. के एल ढींगरा, प्रमुख, सेंटर फॉर इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी/जीआईपी, आईआईसीए और डॉ. घयूर आलम, पाठ्यक्रम निदेशक, जीआईपी, एनएलआईयू, भोपाल भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
IICA, मानेसर IBBI की एक पहल के रूप में 2019 में GIP कार्यक्रम शुरू करने वाला पहला संस्थान है। एनएलआईयू, भोपाल ने 2022 में जीआईपी की शुरुआत की थी। यह कोर्स उद्योग के पेशेवरों के लिए इनसॉल्वेंसी प्रोफेशनल्स बनने के लिए 10 साल से घटाकर जीआईपी छात्रों को मात्र 2 साल की अवधि में इनसॉल्वेंसी प्रोफेशनल बना देता है । फ्लैगशिप कार्यक्रम को पिछले सभी पुनरावृत्तियों में जबरदस्त सफलता मिली है, जिसमें उद्योगों की विविध श्रेणी के प्रतिभागियों को भीआकर्षित किया गया है। व्यवहारिक प्रशिक्षण प्राप्त करके, GIP छात्रों ने अपने पिछले हर बैच में अग्रणी कंपनियों जो को दिवाला और दिवालियापन के क्षेत्र में कार्य कर रहीं हैं उसमें 100% प्लेसमेंट प्राप्त करने में सक्षम हुए हैं। इसने छात्रों को भारत और विदेशों में अपने पेशेवर उद्देश्यों को प्राप्त करने की दिशा में भी सहायता प्रदान की है।
कॉमन एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करने के लिए IICA और NLIU, भोपाल ने अब एक साथ हाथ मिलाया है। इस वर्ष, IICA IICA, मानेसर और NLIU, भोपाल के लिए GIP में प्रवेश के लिए अपना पहला संयुक्त GIP-CET आयोजित करेगा। दोनों संस्थान अपने संबंधित परिसरों में अगली पीढ़ी के विचारकों और नवोन्मेषकों को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा और अनुभव प्रदान करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, और दुनिया भर से अत्यधिक प्रेरित छात्रों से आवेदन प्राप्त करने के लिए तत्पर हैं। इच्छुक उम्मीदवार अब प्रवेश परीक्षा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं, और आवेदन करने की अंतिम तिथि 27/4/2023 है। प्रवेश परीक्षा मई 2023 में होनी है।
आज लॉन्च इवेंट को संबोधित करते हुए, श्री मित्तल, अध्यक्ष, आईबीबीआई ने इनसॉल्वेंसी इकोसिस्टम के प्रभावी और विश्वसनीय कामकाज के लिए एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में इनसॉल्वेंसी प्रोफेशनल्स के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि प्रक्रिया में विश्वास बनाने और हितधारकों के विश्वास को बहाल करने के लिए उनकी विशेषज्ञता और निष्पक्षता महत्वपूर्ण है।
प्रवीण कुमार, महानिदेशक और सीईओ, आईआईसीए ने व्यक्त किया कि जीआईपी एक सच्ची सफलता की कहानी है, जिसने गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के माध्यम से कई प्रतिभागियों के जीवन को बदल दिया है। अपने प्रतिभागियों को सफल होने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करके, आईआईसीए भविष्य को आकार देने और दुनिया में सकारात्मक प्रभाव डालने में मदद कर रहा है।
प्रवेश प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी और आवेदन करने के लिए, कृपया https://iica.nic.in/gip/ देखें !