-देश को नई ऊचाइयों पर ले जाने के लिए मैं नहीं हम की भावना से करें काम
-राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने प्रबंधन विभाग की पुस्तिका का किया विमोचन
गुरुग्राम 14 दिसंबर : गुरुग्राम विश्व विद्यालय में ‘वैश्विक चुनौतियां’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय संयुक्त अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का बुधवार को समापन हो गया। दो दिवसीय सम्मेलन के आखिरी दिन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय तथा विशिष्ट अतिथि एसएलआर मेटालिक्स के मैनेजिंग डायरेक्टर राजकुमार गोयल रहे। इस मौके पर गुरुग्राम विवि.के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की । इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान राज्यपाल श्री दत्तात्रेय ने प्रबंधन विभाग की पुस्तिका का विमोचन भी किया।
इस सम्मेलन में प्रोफेसर, विद्यार्थी, शोधार्थी एवं शिक्षकों ने हिस्सा लिया और विद्वान वक्ताओं ने अपने अपने विचार साझा किए । इस अवसर पर राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि “मैं इस संयुक्त अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन के लिए कुलपति प्रो. (डॉ.) दिनेश कुमार और उनकी पूरी टीम को हार्दिक बधाई देता हूं। मेरा दृढ़ विश्वास है कि इस तरह के सम्मेलन शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को दर्शकों से महत्वपूर्ण प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए अपने विचार प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान करेंगे।”
राज्यपाल ने कहा कि हमे मैं नहीं हम की भावना से कार्य करना चाहिए तभी हम सब एक साथ आगे बढ़ते हुए अपने देश को नई ऊंचाई पर पहुंचा सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि गुरुग्राम विश्वविद्यालय लगातार दूसरे वर्ष इस तरह के सम्मेलन का आयोजन कर रहा है और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। मुझे उम्मीद है कि यह सम्मेलन कुछ उपयोगी परिणाम देगा और हमें सामाजिक मुद्दों को अधिक प्रभावी ढंग से संभालने के लिए तैयार करेगा ।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश ने कोविड-19 महामारी की वजह से पैदा हुई अभूतपूर्व स्थिति का डटकर सामना किया और परिणामस्वरूप अर्थव्यवस्था एवं आम आदमी का जीवन उम्मीद से कम समय में पटरी पर लौट आया ।उन्होंने करोना काल में महिलाओं, वैज्ञानिकों और चिकित्सकों के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की ।
श्री दत्तात्रेय ने कहा कि कोविड महामारी ने हमें सिखाया कि कैसे चुनौतियों और वैश्विक स्तर पर संकट को पूरे वैश्विक समुदाय के सहयोग से ही निपटा जा सकता है।
नई शिक्षा नीति के बारे में चर्चा करते हुए श्री दत्तात्रेय ने कहा कि भारत की नई शिक्षा नीति सभी के जीवन परिवर्तन लाने वाली है । कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजकुमार गोयल ने वैश्विक अर्थव्यवस्था ,आत्मनिर्भर भारत पर विस्तार से चर्चा की । उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों का हुनर और आपकी शिक्षा यदि एक साथ जुड़ जाए तो रोज़गार के उपलब्ध अवसरों और प्राप्त कर्ताओं के बीच अंतर को पाट पाएँगे। उन्होंने युवाओं से मुखातिब होते हुए कहा कि आपके पास नए आइडिया हों तो मेरे को बताए, आपकी वित्तीय व तकनीकी मदद की जाएगी।
इस मौके पर गुरुग्राम विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय तथा विशिष्ट अतिथि राजकुमार गोयल और देश-विदेश से आए सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस आयोजन में हमें सभी संस्थाओं के साथ-साथ विदेश से आए हुए शिक्षाविदों का अभूतपूर्व सहयोग मिला है और राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की इस सम्मेलन में उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि गुरुग्राम विवि निरंतर शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। मुझे आशा है कि आपसी समझ और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से हम ‘वैश्विक चुनौतियां’ से निपटने में सफल होंगे और यह सम्मेलन इस दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक एवं मैनेजमेंट की डीन डॉ. अमरजीत कौर समेत विवि. के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे ।