– मेला ग्राउंड का पिछले भाग में भर गया था पानी
– सभी दुकानों का बीमा कंपनी ने किया सर्वे
– ग्रामीण महिलाओं को जल्द मुआवज़ा मिलने की उम्मीद
गुरुग्राम 13 अक्टूबर : सरस आजीविका मेले में हुए भारी बारिश के चलते हुए नुकसान का गुरुवार को बीमा कंपनी के अधिकारियों ने लेज़र वेली ग्राउंड का दौरा किया और बारिश से प्रभावित ग्राउंड के पिछले भाग के प्रत्येक स्वंय सहायता समूह से मिलकर उनके स्टॉलों पर हुए नुकसान का सर्वे किया। बीमा कंपनी जल्द ही अपने सर्वे की रिपोर्ट सौंपेगी ताकि सरस मेले के शुरुआती 4 दिनों में हुई भारी बारिश के चलते हुए नुक़सान का इन स्वंय सहायता समूह की महिलाओं को मुआवज़ा मिल सके।
गौरतलब है कि मंत्रालय के दूरगामी सटीक प्रबंधन और त्वरित कार्रवाई ने इन स्वंय सहायता सूमहों की महिलाओं को भारी नुकसान से बचा लिया। ग्रामीण विकास मंत्रालय व राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान के अधिकारियों ने जल्द ही ग्राउंड के पिछले भाग में पानी में डूबे स्टालों को बड़े हैंगर में शिफ्ट किया और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से पंपो की सहारया से पानी को ग्राउंड से बाहर निकाला। दलदली और गीली हो चुकी ज़मीन को जेसीबी और ट्रैक्टर-ट्रॉली की सहायता से सूखी रेत और गिट्टी डालकर मैदान को सुखाने का प्रयास किया। मंत्रालय के अधियारियों ने दिन रात एक कर प्रत्येक स्टॉल से सामान की सुरक्षा के पोख्ता इंतेज़ाम किए ताकि समूहों की महिलाओं को किसी भी प्रकार का वित्तीय जोखिम का सामना ना करना पड़े।
शुरुआती भारी बारिश के बाद निकली तेज़ धूप ने ग्राउंड को पहले जैसा करने में मदद की और आशा है कि इन स्वंय सहायता समूह की महिलाओं को बारिश से चलते हुए नुकसान का बीमी कंपनी के साथ-साथ गुरुग्रामवासी 23 अक्टूबर तल चलने वाले इस मेले में शॉपिंग कर भरपाई करेंगे।
व्रत के वाबजूद महिलाओं ने की ‘सरस आजीविका’ मेले में ख़रीदारी
करवा चौथ के दिन गुरुवार को सेक्टर 29 के लेज़र वैली पार्क ग्राउंड में आयोजित सरस आजीविका मेले में महिलाएं शॉपिंग करती नज़र आईं। तेज धूप और व्रत के बावजूद सुहागिनों इस विशेष पर्व पर चूड़ियां, ज्वैलरी, साड़ी, सूट, सैंडल्स, हैंड बैग, पर्स सहित पूजा सामग्री सहित मिठाई आदि ख़रीदारी की। करवा चौथ के दिन ख़रीदार महिलाओं के साथ-साथ अधिकतर महिला दुकानदार भी अपने पति की लंबी आयु के व्रत में नज़र आई।
ग्रामीण महिलाओं को रोज़गार का साधन मुहैया कराने के उद्देश्य से आजोयित इस मेले में गुरुवार को अधिकतर खरीदार महिला ही नज़ए आई। देश के 27 राज्यों से आईं 500 से ज्यादा हुनर कुबेर ग्रामीण महिलाएं अपनी- अपनी कला का प्रदर्शन कर रही हैं। ग्रामीण मंत्रालय, भारत सरकार और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एंव पंचायती राज संस्थान पिछले 24 साल से इस सरस मेले के माध्यम से बड़े-बड़े शहरों में अपने उत्पादों की बिक्री के साथ मार्केटिंग का प्लेटफॉर्म उपलब्ध कर रही है।
7 से 23 अक्टूबर तक चलने वाले इस मेलें में फूड, कल्चर और कूज़ीन का बेहतरीन संगम देखने को मिल रहा है जिसमें एंट्री और कार पार्किंग बिल्कुल फ्री है।