गुरुग्राम : हरियाणा की व्यावसायिक व औद्योगिक राजधानी गुरुग्राम में दो समुदायों के बीच नमाज अता करने को लेकर विवाद गाहे बगाहे सामने आता रहता है. यहाँ एक बार फिर नमाज पर बवाल शुरू हो गया है. खबर है कि गुरुग्राम के पटौदी कस्बे के गांव बहोडा कलां में बीती रात एक मस्जिद के अंदर नमाज पढ़ रहे लोगों पर कुछ शरारती तत्वों ने हमला बोल दिया. कथित तौर पर नमाजियों के साथ मारपीट की और मस्जिद को ताला लगा दिया . इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रीय हुई. पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घायलों का मेडिकल कराया गया . बताया जाता है कि पुलिस ने इस मामले में एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है.
सूत्रों का कहना है कि स्थानीय पुलिस ने पीड़ितों की लिखित शिकायत पर आईपीसी की धारा 147, 149, 295ए, 323, 506 के तहत ऍफ़ आई आर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है. पुलिस इस संवेदनशील मामले की जांच कर रही है.
यतः कहना सही होगा कि गुरुग्राम में नमाज अता करने को लेकर दो समुदायों के बीच लम्बे समय तक विवाद चलता रहा. तीन साल से पहले हिन्दू संगठन लगातार खुले में नमाज अता करने का विरोध करते रहे जिसे काफी मशक्कत के बाद निपटाया जा सका. इसलिए इस शहर का हिन्दू मुस्लिम विवाद से गहरा नाता रहा है.
चाहे वह शीतला कॉलोनी के एक घर में अवैध रूप से बनाई गई मस्जिद का मामला हो या फिर पालम विहार में पार्कोक में नमाज अता करने का मामला हो पुलिस और प्रशासन व शहर की जनता के लिए यह मसला सिरदर्द बना रहा. अब पटौदी में हुई घटना ने फिर से लोगों नकू आशंकित कर दिया है. प्रदेश सरकार इस मसले को लेकर बीच का रास्ता निकालने का इच्छुक रही है.
अब बुधवार रात को बहोडा कलां गांव में मस्जिद में नमाज पढ़ रहे लोगों पर कुछ शरारती तत्वों ने अचानक हमला कर दिया. चर्चा जोरों पर है कि नमाजियों पर हमला करने वाले लोग वारदात को अंजाम देने से पहले बुधवार सुबह मस्जिद में आए थे. इन लोगों ने शाम तक मस्जिद को ताला लगाने की बात कही थी.
घटना के वक्त मौजूद लोगों का कहना है कि नमाज अता कर रहे लोगों पर हमला करने वालों में से एक का मोबाइल फोन गिर गया जिसे स्थानीय युवक ने ए सी पी मानेसर को सौप दिया है. उनका कहना है कि घटना की जानकारी देने के 5 से 7 मिनट के अंतराल में ही पुलिस घटना स्थल पर पहुँच गई थी. पीड़ित पक्ष का आरोप है कि मस्जिद में ताला लगाने की धमकी गाँव के सरपंच की मौजूदगी में दी गई थी लेकिन सरपंच की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई. हमलावरों ने मस्जिद की लाइट भी बंद कर दी थी ताकि वे लोग अपनी पहचान छिपा सकें. उन लोगों ने मस्जिद में ताला भी लगा दिया.