मुंबई : बिजनेस इनसाइडर के मुताबिक देश के दो सबसे बड़े बिजनेस ग्रुप रिलायंस और अडाणी ने एक समझौता किया है। इसके तहत इनके कर्मचारियों को एक-दूसरे के यहां नौकरी नहीं मिलेगी। इस नए समझौते का नाम है- ‘नो-पोचिंग एग्रीमेंट।’
मई 2022 में हुए इस डील की सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह समझौता ऐसे वक्त में हुआ, जब अडाणी कंपनी उस बिजनेस में उतर रही थी, जिसमें रिलायंस पहले से बड़ा बिजनेस प्लेयर है। दरअसल अडाणी ने पिछले साल ‘अडाणी पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड’ के साथ पेट्रोकेमिकल्स क्षेत्र में एंट्री की है, इस बिजनेस में रिलायंस पहले से ही बड़ी कंपनी है।
इसी तरह हाई-स्पीड डेटा यानी इंटरनेट सेक्टर में भी अडाणी ने 5G स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाई है। इस बिजनेस में भी रिलायंस देश की सबसे बड़ी कंपनी है। समझौते की वजह से मुकेश अंबानी की कंपनियों में काम करने वाले 3.80 लाख से ज्यादा कर्मचारी अब अडाणी की कंपनी में काम नहीं कर पाएंगे। वहीं, अडाणी की कंपनी में काम करने वाले 23 हजार से ज्यादा कर्मचारी मुकेश अंबानी की किसी कंपनी में नौकरी नहीं कर पाएंगे।