नई दिल्ली : पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाएं तनाव वाले इलाके से पीछे हट गई हैं। दोनों देशों के अधिकारियों ने बताया कि गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स क्षेत्र में गश्त चौकी-15 से भारत और चीन की सेनाएं वापस लौटी हैं। दोनों देशों की ओर से वर्तमान स्थिति की समीक्षा भी कर ली है। इससे एक दिन पहले यानी सोमवार को भारतीय सेना प्रमुख मनोज पांडेय ने कहा था कि अभी गश्त चौकी-15 से सैनिकों की वापसी की समीक्षा की जानी बाकी है।
यह प्रक्रिया 8 सितंबर को कोर कमांडर स्तर के 16वें दौर के दौरान दोनों पक्षों के बीच हुई चर्चा के बाद शुरू हुई थी। इस दौरान दोनों देश गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स क्षेत्र से सेनाओं की वापसी पर सहमत हुए थे। इसके साथ ही डेमचोक और देपसांग क्षेत्रों में गतिरोध को हल करने की कोशिश जारी है, लेकिन अभी तक कोई प्रगति देखने को नहीं मिल रही है।
सीमा पर शांति के लिए यह एक अच्छा कदम है। दोनों देशों की सेनाएं ऐसे समय पीछे हटीं है, जब दो दिन बाद 13 सितंबर को उज्बेकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन का सालाना शिखर सम्मेलन होना है। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल होंगे।