– पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव ने की गुरुग्राम और नूंह जिला अधिकारियों के साथ बैठक
– बैठक में सफारी पार्क की निशानदेही जल्द पूरा करने पर दिया गया जोर, डिजिटल बाउंड्री भी जल्द होगी तैयार
– लगभग दस हज़ार एकड़ में विकसित होगा अरावली सफारी पार्क, हरियाणा आएगा विश्व पर्यटन के नक्शे पर
गुरुग्राम, 18 जून : गुरुग्राम जिला में अरावली सफारी पार्क विकसित करना राज्य सरकार की उच्च प्राथमिकता है और इससे हरियाणा विश्व पर्यटन के नक्शे पर उभर कर आएगा। इस सफारी पार्क को विश्व का सुंदर पर्यटन स्थल बनाने को लेकर शनिवार को पर्यटन विभाग हरियाणा के प्रधान सचिव एम डी सिन्हा ने गुरुग्राम पहुंचकर गुरुग्राम तथा नूंह के जिला अधिकारियों के साथ बैठक की। यह बैठक गुरुग्राम के लघु सचिवालय के प्रथम तल पर स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित की गई थी।
बैठक में श्री सिन्हा ने प्रस्तावित अरावली सफारी पार्क के क्षेत्र की निशानदेही जल्द पूरा करने पर जोर दिया और कहा कि निशानदेही के बाद इस पार्क की डिजिटल बाउंड्री भी जल्द तैयार की जाएगी। उन्होंने आशा जताई कि इस महीने के अंत तक अरावली सफारी पार्क का डिजिटल नक्शा तैयार कर लिया जाएगा । श्री सिन्हा ने गुरुग्राम और नूंह जिलों के अधिकारियों से कहा कि वे निशानदेही करते समय यह अंकित करें कि जमीन का मालिकाना हक किसके पास है ताकि उसी अनुसार संबंधित विभाग अथवा ग्राम पंचायत के साथ समझौता किया जा सके। गुरुग्राम के जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान ने बताया कि प्रस्तावित सफारी पार्क के क्षेत्र में गुरुग्राम जिला के 10 गांव का रकबा आएगा जिसमें से वन विभाग के कर्मियों को साथ लेकर 3 गांवों की जमीन की निशानदेही करवाई जा चुकी है और अगले लगभग 10 दिन में लक्षित गांवों में निशानदेही का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। नूंह जिला की ओर से वहां की अतिरिक्त उपायुक्त सुभिता ढाका ने बताया कि प्रस्तावित सफारी पार्क के क्षेत्र में नूंह जिला के 6 गांव आते हैं। उस क्षेत्र की निशानदेही का कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा और उसकी रिपोर्ट पर्यटन विभाग को भेज दी जाएगी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि नूंह जिला में यह निशानदेही का कार्य अगले 15 दिन में पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि इस प्रस्तावित अरावली सफारी पार्क के क्षेत्र में गुरुग्राम जिला के 10 गांव आते हैं जिनमें सकतपुर, गैरतपुर बास, नरसिंहपुर, बार गुर्जर, टिकरी, शिकोहपुर, घामडोज, अक्लीमपुर, भोंडसी तथा अलीपुर शामिल हैं। इसी प्रकार नूंह जिला में 6 गांव जिनमें गांव कोटा खंडेवला, गंगवानी, मोहम्मदपुर अहीर, खरक जलालपुर, भंगो और चाहलका गांव शामिल हैं। इस प्रकार यह अरावली सफारी पार्क गुरुग्राम और नूंह जिला के 16 गांवों के लगभग दस हज़ार एकड़ भूमि, जिसमें ज्यादत्तर अरावली पर्वत शृंखला का क्षेत्र है, पर विकसित किया जाएगा। इसमें लगभग 6000 एकड़ भूमि गुरुग्राम जिला में और लगभग 4000 एकड़ भूमि नूंह जिला में पड़ती है।
बैठक में गुरुग्राम के उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव, वन विभाग की मुख्य संरक्षक वासवी त्यागी, नूंह जिला की अतिरिक्त उपायुक्त श्रीमती सुभिता ढाका, गुरुग्राम के जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सारवान, ग्रांट थॉम्टन से कंसलटेंट राजेश के अलावा राजस्व विभाग के कानूनगो उपस्थित थे।
जिनकी जमीन का मालिकाना हक़ है उनको मुआवजा किस रेट पर मिलेगा ?