–गुरुग्राम जिला में मलेरिया की रोकथाम व जिला को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए जिला टाॅस्क फोर्स की बैठक आयोजित
–उपायुक्त निशांत कुमार यादव की अध्यक्षता में आयोजित थी बैठक
गुरुग्राम, 27 अप्रैल। गुरुग्राम जिला में मलेरिया व डेंगू जैसी मच्छर जनित बीमारियों की प्रभावी ढंग से रोकथाम व एनीमिया से मुक्ति के लिए आज जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में उपायुक्त ने मलेरिया व डेंगू रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं तथा कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने मलेरिया से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर उन क्षेत्रों में मलेरिया की रोकथाम के उपायों के साथ साथ लोगों को भी रोकथाम उपायों के प्रति जागरूकता लाए ताकि गुरुग्राम जिला में मलेरिया व डेंगू के प्रसार से पूर्व ही इसकी रोकथाम के लिए पुख्ता प्रबंध किए जा सकें।
उपायुक्त ने बैठक में उपस्थित विभिन्न सरकारी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आप सभी अपने अधिकार क्षेत्र में पड़ने वाले सभी स्थानों की सफाई करवाना सुनिश्चित करें। इसके साथ साथ सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में मलेरिया रोकथाम गतिविधियों में सहभागिता करने के साथ-साथ आवश्यक सहयोग जैसे गढ्डे भरना , नालियों की सफाई, पेय जल स्त्रोतों के आस-पास जमे हुए पानी की निकासी, ख़राब पड़े टायरों में पानी जमा न होने दें, डेज़र्ट कूलर आदि का पानी बदलते रहे।
डीसी श्री यादव ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे जिला के सभी स्कूलों में वाटर टैंक की चैकिंग करने के साथ ही स्कूल परिसर में स्वच्छता का स्तर भी चेक करें। स्कूलीं बच्चों के बीच मच्छर जनित बीमारियों के लक्षण व उनसे बचाव के लिए किए जाने वाले उपायों की जानकारी प्रदान करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करवायें।
उपायुक्त ने जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके अधिकार क्षेत्र में जहां भी वाटर लाइन में लीकेज है या कहीं पर भी सीवरेज के मेनहोल खुले हैं, उनको समय रहते दुरुस्त करवाएं।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव ने कहा कि मलेरिया की रोकथाम के लिए सभी आरडब्ल्यूए का सहयोग भी लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी आरडब्ल्यूए की यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे अपने अपने क्षेत्र में इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि जिला में सभी लोगों को अवकाश के दिन को ड्राई डे के रूप मे मनाना चाहिए, जिसमें सप्ताह में एक बार घरों मे प्रयोग किए जा रहे डेज़र्ट कूलर का पानी निकालकर उसे पूरी तरह से सुखाना चाहिए और कपड़े से रगडक़र साफ करना चाहिए। पानी की टंकी, होदी व पानी से भरे हुए सभी बर्तनों को भी सप्ताह में एक बार सुखाना चाहिए और पानी निकालकर कपडे़ से अच्छी तरह से साफ करना चाहिए, जिससे पानी में पल रहा मच्छर का लार्वा समाप्त हो जाए और मच्छरों की बढोत्तरी पर रोक लग सके।
-जिला में एनीमिया मुक्ति अभियान के लिए लोगों को करें जागरूक
बैठक में सिविल सर्जन डॉ वीरेन्द्र यादव ने डीसी श्री यादव को जिला में एनीमिया मुक्त अभियान के तहत उठाए गए प्रभावी कदमों से अवगत करवाते हुए कहा कि सरकार से प्राप्त निर्देशों के तहत जिला में प्रत्येक तिमाही के पहले सप्ताह में एनीमिया मुक्त सप्ताह का आयोजन किया जाएगा जिसमें छह माह से पांच साल के बच्चों व गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी।
उपायुक्त ने बैठक में उपस्थित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे उनके यहाँ ओपीडी में आने वाले कुछ चिन्हित मरीजों में हीमोग्लोबिन की मात्रा अवश्य चेक करें। साथ ही शिक्षा विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि स्कूलीं बच्चों में अनीमिया से मुक्ति के लिए चलाए जाने वाले एक महीने का कोर्स अवश्य पूरा हो। उन्होंने कहा कि इसके साथ साथ महिला एवं बाल विकास विभाग सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में इसके बड़े बैनर चस्पा कर लोगों में जागरूकता लाएं। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में एनीमिया प्रभावित लोगों की औसत संख्या देश की राष्ट्रीय औसत से अधिक है, ऐसे में हमें जिलावासियों के सहयोग से इसको जड़ से खत्म करने के लिए जिला में और प्रभावी कदम उठाने होंगे।
इस अवसर पर उप सिविल सर्जन डॉ एम.पी सिंह, उप सिविल सर्जन डॉ जयप्रकाश, उप सिविल सर्जन डॉ सुधा गर्ग, उप सिविल सर्जन डॉ शैलेन्द्र सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण व स्कूलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।