नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 अप्रैल को गुजरात के गांधीनगर में तीन दिवसीय वैश्विक आयुष निवेश एवं नवाचार शिखर सम्मेलन (जीएआईआईएस) का शुभारम्भ करेंगे।
2022 के लिए आयुष मंत्रालय के सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम, इस शिखर सम्मेलन में प्रमुख उद्योगपतियों, शिक्षाविदों और विद्वानों की भागीदारी देखने को मिलेगी। इसमें पारम्परिक औषधियों और प्रणालियों को बढ़ावा देने पर विचार विमर्श किया जाएगा। इस सम्मेलन के तहत, 5 विस्तृत सत्र, 8 गोलमेज सम्मेलन, 6 कार्यशालाएं, 2 संगोष्ठियां होंगी और इस दौरान 90 प्रतिष्ठित वक्ता और 100 प्रदर्शक उपस्थित रहेंगे। इसमें विभिन्न दूतावासों, उद्योगों और शीर्ष कंपनियों के वक्ता और राजनयिक उपस्थित रहेंगे।
इस सम्मेलन के उद्देश्यों में भारत को दुनिया में वैश्विक आयुष स्थल के रूप में तैयार करने के लिए निवेश आकर्षित करना शामिल है। हाल के वर्षों में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) से जुड़ी शर्तें कम होने से खासा निवेश हुआ है। आयुष मंत्रालय इसे और बढ़ाना चाहता है और औषधियों की पारम्परिक व्यवस्था को पहचान देने एवं विकास के लिए लक्ष्य केंद्रित पहलों को शुरू करने के लिए इस मंच का उपयोग करना चाहता है।
कार्यक्रम की घोषणा करते समय, केंद्रीय आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, “हमें वैश्विक आयुष निवेश एवं नवाचार शिखर सम्मेलन का ऐलान करने पर गर्व है। इससे भारत को वैश्विक आयुष स्थल बनने में सहायता के लिए विशेष रूप से नवाचार और उद्यमशीलता पर तैयार कार्यक्रम के लिए देश के अग्रणी स्टार्टअप्स, उद्यमी, निवेशक, नीति निर्माता और अन्य राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय हितधारक एक मंच पर आएंगे। 2014-2020 के दौरान आयुष क्षेत्र का आकार 17 प्रतिशत प्रति वर्ष की दर से बढ़ा है और हमें उम्मीद है कि इन प्रमुख कार्यक्रमों और पहलों के माध्यम से इस क्षेत्र को और सफलता मिलेगी।”
आयुष क्षेत्र पर अपने विचार साझा करते हुए आयुष राज्य मंत्री डॉ. मुंजपरा महेंद्रभाई कालूभाई ने कहा, “जब हम स्वस्थ और संतुलित होते हैं, तो हम अपने सपने पूरा करने और समाज के रूप में अपने दायित्व को निभाने में सक्षम होते हैं। आयुष प्रणाली में स्वस्थ बने रहने के लिए आहार से जुड़े कई नियम बताए गए हैं। इसमें सरल प्रक्रियाओं की वकालत की गई है, जिनसे हमें अपने प्रमाणित तौर तरीकों से फिर से जुड़ने में सहायता मिल सकती है।”
गुजरात के जामनगर में 19 अप्रैल को डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन के लिए शिलान्यास समारोह भी होगा। यह केंद्र दुनिया की पारंपरिक औषधि प्रणालियों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में वैश्विक स्वास्थ के अंतर्राष्ट्रीय केंद्र के रूप में सामने आएगा। यह दुनिया भर में बेहतर स्वास्थ्य के प्रसार के लिए डब्ल्यूएचओ के सदस्य देशों को सहायता भी उपलब्ध कराएगा।