– सिविल लाइन्स स्थित स्वतंत्रता सेनानी भवन परिसर में 14 दिसंबर तक जारी रहेगा महोत्सव
गुरुग्राम,12 दिसंबर। श्रीमद्भागवत गीता के सार्थक अर्थों व आजादी के गौरवशाली इतिहास से साक्षात्कार करवा रहा जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव जिला की नारी शक्ति को भी आजीविका के नए अवसर प्रदान कर रहा है। महोत्सव में आने वाले दर्शक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन व हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत चलाए जा रहे स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित देशी खांड, बाजरे व गोंद के लड्डू जैसे अन्य खाद्य उत्पादों में विशेष रूचि ले रहे हैं। यह तीन दिवसीय महोत्सव सिविल लाइन्स स्थित स्वतंत्रता सेनानी भवन (जॉन हॉल) में आयोजित किया जा रहा है। जिलावासी 14 दिसंबर तक आयोजित हो रहे इस महोत्सव में प्रातः 10 बजे से शाम 5 बजे तक आकर इसका लुत्फ उठा सकते हैं।
महोत्सव में प्रतिभागी के रूप में शामिल प्रजापत महिला स्वयं सहायता समूह (गांव ताजनगर) की प्रमुख श्रीमती रवि ने अपने अनुभव सांझा करते हुए बताया कि हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने उनको व उनके समूह की अन्य महिलाओं को स्वावलंबी बनाने में सार्थक भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि वे अपने समूह द्वारा निर्मित उत्पादों की बिक्री से हर महीने 12 से 15 हजार रुपए अर्जित करने के साथ साथ समूह की अन्य महिलाओं को भी स्वावलंबी, आत्मनिर्भर बनाने सहित उनको आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान कर रही है। अपने उत्पादों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि महोत्सव में आने वाले दर्शक उनके समूह द्वारा निर्मित आवंला कैंडी, आवंला चूर्ण व अलसी के लड्डू जो वजन कम करने व बीपी को नियंत्रित करने में काफी कारगर है, हाथों हाथ ले रहे हैं।
महोत्सव में स्टाल संख्या 05 व 07 पर देव, क्षितिज व नई किरण स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित पिसे व साबित मसाले, बाजरे,ज्वार, पीनट, जीरा व चने के बिस्कुट, अचार व नमकीन आदि उत्पादों को खरीदने के लिए भी लोग खासे उत्साहित दिखे।
अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि महोत्सव में स्वयं सहायता समूह के खाद्य उत्पादों को विशेष तौर पर पसंद किया जा रहा है। महोत्सव में आने वाले दर्शक बड़ी संख्या में इन उत्पादों को खरीद रहें हैं। उन्होंने कहा कि इन समूहों की यह उपलब्धि गुरुग्राम जिला के अन्य स्वयं सहायता समूहों की सदस्य महिलाओं में भी उत्साहवर्धन का कार्य करेगा।
श्री मीणा ने कहा कि सस्वयं सहायता समूह के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं के हुनर को राष्ट्रीय फलक पर पहुंचाने के लिए हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन निरंतर प्रयासरत है। जिला में इन समूहों की महिलाओं की ओर से सराहनीय कार्य किया जा रहा है। जिससे महिलाओं को स्थायी आजीविका का रास्ता सुगम हो रहा है।
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