नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर उन्हें तीनों कृषि कानून को रद्द करने की मांग करने वाला ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर होने का दावा किया. राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा की हम सब विपक्ष की सभी पार्टियां किसानों और मजदूरों के साथ खड़ी है. जिस प्रकार से यह कानून पास किए गए वह तरीका गलत था। उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों को गिरफ्तार करना, मारना, पीटना यह सब इनका तरीका है. भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है. भारत में लोकतंत्र आपकी कल्पना में हो सकता है लेकिन वास्तविकता में नहीं है.उनका कहना था कि बिना डिबेट किए ,बिना किसानों और मजदूरों से चर्चा किये ही ये कानून उन पर थोप दिए गए। उन्होंने मांग की कि संसद का संयुक्त अधिवेशन बुलाकर तीनों कृषि कानून को वापस लिया जाए।
राहुल गांधी ने कहा की सरकार ने कहा था कि यह कानून किसान के फायदे के लिए है लेकिन देश को यह दिख रहा है कि किसान इन कानूनों के खिलाफ खड़ा है और मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि यह किसान तब तक यहां से नहीं हटेगा जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं लिए जाते।
पत्रकारों के सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा कि इन कानूनों को अब हटाना ही पड़ेगा. विद्रोह करना ही पड़ेगा. करोड़ों हस्ताक्षर के साथ हम किसानों की आवाज को राष्ट्रपति तक लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कोरोनावायरस में पहले ही बोला था कि नुकसान होने जा रहा है. उस समय किसी ने बात नहीं सुनी और आज मैं फिर से कह रहा हूं कि किसान और मजदूर के सामने कोई भी शक्ति खड़ी नहीं हो सकती।
उनका कहना था कि अगर प्रधानमंत्री ने कानून वापस नहीं लिए तो सिर्फ भाजपा को ही नहीं आर एस एस को नहीं बल्कि पूरे देश को नुकसान होने जा रहा है। राहुल गांधी ने यह कहते हुए गंभीर आरोप लगाया कि भाजपा और मोदी का एक ही लक्ष्य है। वह लक्ष्य किसान और मजदूर समझ गया है। लक्ष्य है कि उनके आसपास 24 जो पूंजीपति हैं उनके लिए पैसे बनाने का काम मोदी जी करते हैं।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जो भी नरेंद्र मोदी के खिलाफ खड़े होते हैं वह उनके बारे में कुछ ना कुछ गलत बोलते रहते हैं । किसान और मजदूर खड़े हो जाते हैं तो उन्हें आतंकवादी कहते हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जो भी नरेंद्र मोदी से सत्ता लेने की कोशिश करेगा वह आतंकवादी है । नरेंद्र मोदी बस दो से तीन अपने घनिष्ठ पूंजीपति मित्रों के लिए काम करते हैं जिनको उन्होंने पूरा का पूरा हिंदुस्तान पकड़ा दिया है।
हम इस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि चीन हमारे बॉर्डर पर बैठा है। चीन ने हिंदुस्तान की हजारों किलोमीटर जमीन छीन ली है। प्रधानमंत्री उस बारे में क्यों कुछ नहीं बोलते चुप क्यों है। उनका कहना था कि एक तरफ आप अपने सिस्टम को तोड़ रहे हो अपने लोगों को लड़ा रहे हो आप अपने किसान मजदूर को मार रहे हो। दूसरी तरफ देश के लोग कह रहे हैं कि नरेंद्र मोदी हमारे देश को कमजोर कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारे देश की कृषि प्रणाली में आज तक किसान और मजदूर ने निवेश किया है ।हमारे जवान और जो सेना बॉर्डर पर खड़ी है उनके माता-पिता ने किया है निवेश यह लोग करते हैं और लाभ केवल दो-तीन उद्योगपतियों को मिलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों को गिरफ्तार करना, मारना, पीटना यह सब इनका तरीका है. भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है. भारत में लोकतंत्र आपकी कल्पना में हो सकता है लेकिन वास्तविकता में नहीं है ।
इस मौके पर कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा में नेता गुलाम नबी आजाद और लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी भी मौजूद थे।