गुरुग्राम जिला के गांव रायपुर को शामिल किया जा रहा है कंटेनमेंट जोन में- उपायुक्त अमित खत्री
- कंटेंमेंट जोन के आसपास के क्षेत्र को बफर जोन बनाया गया
- अब तक प्रशासन द्वारा एहतियातन 8 जगहों के लिये बनाया जा चुका कंटेन्मेंट जोन, 9वाँ जोन गांव रायपुर का होगा।
गुरुग्राम, 9 अप्रैल । गुरूग्राम जिला में नोवल कोरोना वायरस महामारी को ज्यादा फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर कंटेनमेंट की माइक्रो प्लान बनाई गई ताकि महामारी अन्य लोगों में ना फैले। इसके तहत 8 इलाकों, जहाँ पर कोरोना के पॉजिटिव केस मिले हैं, को एपीसेन्टर अर्थात जिस घर में पॉजिटिव केस मिला है उसे केंद्र मानते हुए, उस घर के 3 किलोमीटर दायरे में आने वाले घरों को कंटेनमेंट जोन में शामिल किया जाता है। उसके साथ लगते क्षेत्रों को बफर जोन घोषित किया गया है।
गुरुग्राम ज़िला में अब तक कोविड 19 संक्रमण के ज्यादातर केस सेक्टर 9, सेक्टर 54 अथवा निरवाना कंट्री, पालम विहार, सेक्टर 83 स्थित एमार पाल्म गार्डन्स, लाबरनम, सेक्टर 39 में मिले थे, जिनके लिये कंटेन्मेंट माइक्रो प्लान बनाया गया। इन 6 जगहों के लिए पहले ही कंटेनमेंट प्लान बनाकर लागू किया जा चुका है और इनमें घर घर सर्वेक्षण भी पूरा हो चुका है। अब जिला में तीन स्थानों नामत पटौदी, फाजिलपुर तथा रायपुर में नए पॉजिटिव केस मिलने के बाद इन स्थानों के लिए भी कंटेनमेंट प्लान बनाकर लागू किया जा रहा है।
उपायुक्त अमित खत्री ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जहां कोरोना वायरस संकमण का पॉजिटिव केस पाया गया है, उस घर के 3 किलोमीटर क्षेत्र में पड़ने वाले प्रत्येक घर में जाकर यह पूछा जाता है कि किसी को बुखार या खांसी आदि के लक्षण तो नहीं है, यदि बुखार हो तो उसका सैंपल लिया जाता है। उन्होंने बताया कि हाल ही में सोहना के पास गांव रायपुर में मिले पॉजिटिव केसों के बाद अब उस गांव के लिए भी कंटेनमेंट प्लान बनाई जा रही है, जिसमें नियम के अनुसार लगभग पूरा गांव ही आ जाएगा। उन्होंने बताया कि कंटेनमेंट एरिया में घर-घर सर्वेक्षण एक टीम द्वारा किया जाता है जिसमें एएनएम, आशा वर्कर तथा आंगनवाड़ी वर्कर शामिल होते हैं। इस प्रकार की चार टीमों के ऊपर एक डॉक्टर सुपरवाइजरी हेड के तौर पर काम करता है और 4 डॉक्टरों के ऊपर एक सीनियर मेडिकल ऑफिसर मॉनिटरिंग करता है।
उपायुक्त के अनुसार कंटेनमेंट प्लान के अनुरूप ज्यादातर कंटेनमेंट वाले क्षेत्रों में घर-घर सर्वेक्षण पूरा हो चुका है । पटोदी मे 2 केस पॉजिटिव मिले थे, जिसके बाद पूरे पटोदी कस्बा को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था और उसमें घर घर सर्वेक्षण का कार्य लगभग पूरा होने को है । इसी प्रकार, फाजिलपुर गांव में जो एक कोरोना संदिग्ध मरीज की मृत्यु हुई है, उसके बाद बुधवार को ही इस गांव की कंटेनमेंट प्लान तैयार करके उस पर काम आज से शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति की मृत्यु हुई है वह हुक्का गुड गुड़ाने का आदी था तथा उसका पुत्र भी ताश खेलने का आदी है इसलिए गांव में बहुत व्यापक तौर पर सैंपलिंग करवाई गई है । इस गांव में चिकित्सकों की टीम द्वारा 57 सैंपल अतिरिक्त तौर पर लिए गए हैं, जो परिवार के सदस्यों से अलग है।
गुरुग्राम जिला में संक्रमण के पॉजिटिव केस मिलने शुरू होते ही उपायुक्त श्री अमित खत्री द्वारा यह माइक्रो प्लानिंग की गई ताकि कोरोना महामारी को ज्यादा जनसंख्या में करने से रोका जा सके। इसके अलावा, लॉक डाउन की पालना सुनिश्चित करने के लिए जिला में 39 ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाए हुए हैं, जो प्रतिदिन अपने अपने क्षेत्र की रिपोर्ट अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पवार के माध्यम से प्रशासन को दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि नागरिक अस्पताल में आने वाले मरीजों तथा डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ के लिए नगर निगम गुरुग्राम के सहयोग से डिसइनफेक्टेंट टनल बनाई गई है, जिसके अंदर से गुजरने पर व्यक्ति पर सेनीटाइजड स्प्रे का छिड़काव होता है जिससे वह काफी हद तक संक्रमण मुक्त हो जाता है।
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