गुरुग्राम : जिला उपायुक्त अमित खत्री ने आज गुरुग्राम जिला के विभिन्न क्षेत्रों में श्रमिकों , जरूरतमंदों तथा बेघरों के लिए बनाए गए राहत शिविरों का निरीक्षण किया। उन्होंने समाचार लिखे जाने तक आईएमटी मानेसर के पास हाईवे पर बनाए गए राहत शिविर के अलावा गांव सिकंदरपुर बढ़ा, नौरंगपुर, नाहरपुर कासन, खोह, आईएमटी मानेसर के सेक्टर 8, कासन, ढाना आदि गावों मे राहत शिविरों का जायजा लिया । इन गांवों में ज्यादातर राजकीय विद्यालयों में राहत शिविर लगाए गए हैं। आईएमटी मानेसर के आसपास बसे इन गांवों में काफी संख्या में फैक्ट्रियों में काम करने वाले श्रमिक तथा उनके परिवार रहते हैं, जिनके लिये राहत शिविरों में भोजन तथा ठहरने की व्यवस्था की गई है।
– आईएमटी मानेसर के आसपास के इन 7 गांवों में एक अनुमान के अनुसार लगभग 15000 से 20000 श्रमिकों तथा उनके परिजनों ने खाना खाया और काफी संख्या में लोग इन में ठहरे भी हुए हैं।
– ग्रामीणों के सहयोग से इन स्थानों पर जरूरतमंदों के लिए ठहरने तथा खाने की अच्छी व्यवस्था की गई है।
– व्यवस्था को देखकर उपायुक्त श्री अमित खत्री संतुष्ट नजर आए।
– उपायुक्त श्री अमित खत्री ने कहा कि यह व्यवस्था लॉक डाउन के दौरान जारी रहेगी।
– उन्होंने आज फिर श्रमिक वर्ग तथा अन्य जरूरतमंद लोगों से अपील की है कि वे जिन स्थानों पर रह रहे हैं वही रहते रहे, कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए घर से बाहर ना निकले, खाने या जरूरत के सामान की आवश्यकता है तो वह उनके घर के नजदीक ही पहुंचा दिया जाएगा।
– उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन मजदूरों तथा श्रमिक वर्ग के साथ खड़ा है, जिनका गुरुग्राम शहर के विकास में अहम योगदान है, उनके लिए खाद्य सामग्री की कमी नहीं रहने दी जाएगी, किसी को इसके लिए घबराने की जरूरत नहीं है।
– उन्होंने इन राहत शिविरों में उपस्थित लोगों से बातचीत की और कहा कि कोई भी जरूरत हो तो गुरुग्राम में बनाये गए इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर के हेल्पलाइन नंबर 1950 पर डायल करके बताएं, उनकी हर संभव मदद की जाएगी।