चण्डीगढ़, 31 जनवरी। हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने कहा कि युवा पीढ़ी को बेहतर शैक्षणिक माहौल प्रदान करने के साथ-साथ उनमें संस्कारों का समावेश करना बेहद जरूरी है। शैक्षणिक संस्थाएं युवा शक्ति को सकारात्मक ऊर्जा की ओर ले जाने में अपनी जिम्मेदारी निभाएं। राज्यपाल श्री आर्य शुक्रवार को झज्जर जिला के गांव खेड़ी सुल्तान, पाटौदा में नवनिर्मित संस्कारम् इंटरनेशनल स्कूल के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। राज्यपाल ने स्कूल के नए भवन का शुभारंभ किया और उसके उपरांत आयोजित समारोह में दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का आगाज किया।
स्कूल भवन के शुभारंभ के साथ ही आयोजित वार्षिक उत्सव में युवा वर्ग को संबोधित करते हुए राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने कहा कि देश की भावी कर्णधार युवा शक्ति हमारे देश की रीढ़ है। इस युवा शक्ति को सकारात्मक दृष्टिकोण देने में ऐसे शिक्षण संस्थानों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि हरियाणा पवित्र भूमि है, जहां कौरवों व पांडवों के बीच धर्म-युद्ध हुआ और भगवान श्री कृष्ण ने कुरूक्षेत्र में अर्जुन को गीता का उपदेश दिया। गीता के उपदेश से हमे जीवन दर्शन का संदेश तो मिलता ही है साथ ही शिक्षा का संदेश भी मिलता है। उन्होंने शिक्षा की महत्ता बताते हुए कहा कि शिक्षा एक ऐसा साधन है जिससे देश, दुनिया को बदला जा सकता है। शिक्षा मेहनत और संघर्ष से ही ग्रहण की जा सकती है। ऐसे में शिक्षा के प्रति अध्यापकों व विद्यार्थियों को और गंभीर होना होगा। युवाओं को माता-पिता, गुरूजनों, जन्मभूमि, मातृभाषा एवं भारतीय संस्कृति का आदर करना चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ खेल गतिविधियों में भागीदारी युवा वर्ग को सभ्य नागरिक बनाने में मददगार बनती है। साथ ही औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ आज युवाआंे को नैतिक शिक्षा की भी अत्यंत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि संस्कारम् स्कूल में नोबल पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी भी दौरा कर चुके हंै, जिससे स्कूल के बच्चों को एक नई प्रेरणा मिली है।
उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि सभी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत अभियान के मद्देनजर स्वच्छता की अलख अपने आसपास अवश्य जगाएं। सभी को स्वच्छता पर पूरा ध्यान देना चाहिए। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। उन्होंने सरकार की ओर से चलाए जा रहे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ राष्ट्रीय कार्यक्रम में हरियाणा प्रदेश की भागीदारी पर खुशी जताते हुए लिंगानुपात में सुधार पर सभी को बधाई दी। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि देश एवं हरियाणा को उन्नति की राह पर ले जाने में वे सजग प्रहरी की भूकिा अदा करें। उन्होंने नौजवानों को अनुशासन, शिष्टाचार एवं नैतिक मूल्यों को जीवन में उतारने के लिए भी प्रेरित किया।
मास्टर दयानंद मैमोरियल एजुकेशनल ट्रस्ट के चेयरमैन महिपाल ने मुख्यतिथि राज्यपाल श्री सत्यदेव नारायण आर्य तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सांसद महंत बाबा बालकनाथ सहित अन्य अतिथिगण का स्वागत किया।
बाबा मस्तनाथ मठ रोहतक के अधिष्ठता एवं अलवर से सांसद महंत बाबा बालक नाथ ने कहा कि युवा वर्ग के कारणवश आज हमारा देश सशक्त बन रहा है। आज युवाओं के विकासात्मक नजरिए के फलस्वरूप हरियाणा की पहचान भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कायम हुई है। उन्होंने बच्चों को जीवन में पूरे उत्साह, मेहनत के साथ अध्ययन करते हुए नए लक्ष्य की प्राप्ति की ओर अग्रसर होने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर झज्जर के उपायुक्त जितेंद्र कुमार, रोहतक के उपायुक्त आर.एस.वर्मा, एसएसपी अशोक कुमार, एसडीएम झज्जर शिखा सहित महिला एवं बाल विकास निगम की चेयरपर्सन सुनीता चैहान, भाजपा जिलाध्यक्ष बिजेंद्र दलाल, द्रोणाचार्य अवार्डी डा.सुनील डबास, अनिल शर्मा, सीमा देवी व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।