लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्थानीय नौजवानों को पर्यटन के क्षेत्र से जोड़ने की जरूरत पर जोर देते हुए शनिवार को कहा कि ऐसा होने से विकास की सम्भावनाएं बढ़ सकती हैं। मुख्यमंत्री ने यहां ‘उत्तर प्रदेश ट्रैवल मार्ट—2019’ के उद्घाटन अवसर पर कहा, ‘‘मेरा मानना है कि पर्यटकों को उनके ठहराव स्थल की एक-एक गतिविधि से जोड़ा जाए तो इससे विकास और रोजगार की सम्भावनाएं काफी बढ़ेंगी।’’ दुधवा नेशनल पार्क का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘पर्यटन के साथ—साथ वन्यजीवन से जुड़े ऐसे अनेक केन्द्र हैं, चाहे सोनभद्र हो, बुंदेलखण्ड हो या फिर तराई के क्षेत्र। ऐसे अनेक इलाके मिलेंगे जहां पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं। टूर ऑपरेटर पर्यटकों को वन्यजीवन के साथ जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।’’
योगी ने कहा, ‘‘टूर ऑपरेटरों के साथ इस क्षेत्र में काम करने वाले सभी लोगों से मेरी अपील है कि वे स्थानीय नौजवानों को इस क्षेत्र में प्रशिक्षित करें। इस क्षेत्र में अच्छे गाइड और अन्य सेवादाता लोगों की जरूरत है। ये लोग पर्यटन विकास की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने में अगर मदद करते हैं तो मेरा मानना है कि इस दिशा में एक बहुत बड़ा काम शुरू हो सकता है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उनकी सरकार ने प्रदेश में आध्यात्मिक पर्यटन की दृष्टि से कुछ नये विकास बोर्ड बनाने की कार्रवाई शुरू की है। हम प्रयागराज कुम्भ को दुनिया के अनोखे आयोजन के रूप में प्रस्तुत करने में इसलिये कामयाब रहे क्योंकि इसके लिये हमने ‘प्रयागराज मेला प्राधिकरण’ का गठन किया और कार्ययोजना बनाकर उसे जिम्मेदारी सौंपी। ऐसे ही मथुरा, वृंदावन, बरसाना, गोकुल, नंदगांव समेत सभी सात तीर्थों को हमने ‘ब्रज तीर्थ विकास परिषद’ से जोड़ा है।’’
उन्होंने कहा, हमने काशी विश्वनाथ धाम के रूप में इस क्षेत्र के समग्र विकास की कार्ययोजना को आगे बढ़ाया है। साथ ही अयोध्या, चित्रकूट, नैमिषारण्य, विंध्यवासिनी धाम, देवीपाटन धाम को भी विकास के महत्वपूर्ण केन्द्रों के रूप में विकसित करने के लिये हमने विकास बोर्ड बनाने की कार्रवाई शुरू की है। इससे प्रदेश में विकास की अनेक सम्भावनाओं को विकसित किया जा सकता है। योगी ने कहा कि सरकार ने पर्यटन विकास की जो नयी नीति घोषित की है, उसके तहत आगामी पांच वर्षों के दौरान बड़ी संख्या में होटल और रेस्त्रां की श्रृंखलाएं खड़ी होंगी और उन्हेंपर्यटन विकास के साथ जोड़ा जाएगा। उन्होंने विश्वास जताया कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र में विकास की ढेरों सम्भावनाओं को वास्तविकता में बदलने में टूर ऑपरेटर मददगार होंगे। प्रदेश सरकार ने अपनी जो पर्यटन नीति बनायी है, उसके तहत उनकी हर सम्भव मदद की जाएगी।