पीएम मोदी ने की प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना आरम्भ
11,51,000 लाभार्थियों तक 13,58,31,918 रुपये सीधे पेंशन खातों में ट्रांसफर
18-40 साल की उम्र और मासिक कमाई 15,000 रुपये से कम वाले श्रमिकों को मिलेगा लाभ
वस्त्रल /गुजरात : पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का शुभारंभ कर 11,51,000 लाभार्थियों तक 13,58,31,918 रुपये की धनराशि सीधे पेंशन खातों में ट्रांसफर की। कोई भी गरीब इस श्रम योगी योजना से आसानी से जुड़ सकता है। ऐसे श्रमिक जिनकी उम्र 18-40 साल के बीच है और मासिक कमाई 15,000 रुपये से कम है, वो सभी इस योजना से जुड़ सकते हैं। इस अवसर पर एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि देशभर के सभी कामगार साथी जो घरों में सेवक के रूप में काम कर रहे हैं, कबाड़ से आजीविका कमाते हैं, खेत मजदूरी कर रहे हैं, सड़कों-घरों के निर्माण में जुटे हैं, रेहड़ी-ठेले चलाते हैं, बुनकर हैं, ऐसे कामों से जुड़े सभी कामगार साथी इससे जुड़ सकते हैं. अपने संबोधन में उन्होंने कांग्रेस की तीव्र आलोचना की. उन्होंने कहा कि वो मोदी पर स्ट्राइक करने में लगे हैं और मोदी आतंक पर स्ट्राइक करने में जुटा है.
इस अवसर पर पीएम ने कहा कि आज हम सभी एक ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बन रहे हैं। आज के इस कार्यक्रम का होस्ट गुजरात है, लेकिन इस कार्यक्रम में इस समय पूरे देश से करीब दो करोड़ लोग तकनीक के माध्यम से शामिल हुए हैं. आज़ादी के बाद के इतिहास की ये पहली योजना है जिसने समाज के उस वर्ग को छुआ है, जिनको अपने ही भाग्य पर छोड़ दिया गया था। खुद को मजदूरों का नेता बताया गया लेकिन किसी ने भी गरीबों के लिए कुछ नहीं किया। मजदूरों के नाम पर पचास साल वोट बटोरे लेकिन उनके लिए कभी नहीं सोचा। एक चायवाले ने सोचा है।
उन्होंने कहा कि मुझे ऐहसास है कि देश के करोड़ों गरीबों के मन में ये सवाल रहता था कि जब तक हाथ-पैर चलते हैं, तब तक तो काम भी मिल पाएगा, थोड़ा बहुत पैसा भी मिलेगा, लेकिन जब शरीर कमजोर हो जाएगा तब क्या होगा ? उम्र के उस पड़ाव में, जब आय का कोई साधन न हो, तो वो समय बहुत पीड़ादायक होता है। यही पीड़ा मेरे मन मस्तिष्क में थी। उसी पीड़ा में से इस योजना ने जन्म लिया है – प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना.
पीएम ने कहा कि इस योजना का हिस्सा बनने के लिए श्रमिक साथियों को नजदीकी कॉमन सेंटर में जाकर फॉर्म भरना होगा। आपका काम सर्विस सेंटरों पर कुछ ही मिनटों में हो जाएगा। यही तो डिजिटल इंडिया का कमाल है.
नरेंद्र मोदी ने यह कहते हुए कटाक्ष किया कि पहले जिस दल की सरकार थी, जिसने दशकों तक देश पर शासन किया, वो जब गरीबी को एक मानसिक अवस्था समझे, तो आप समझ सकते हैं कि पहले आपकी चिंता क्यों नहीं की गई। जिनके लिए गरीबी सिर्फ फोटो खिचवाने का खेल होता है, जिसे कभी भूखे पेट सोने का दर्द नहीं पता उसके लिए गरीबी एक मानसिक अवस्था होती है।
पीएम मोदी ने कहा कि योजनाएं तो पहले भी थीं पर बिचौलिए सब खा जाते थे पर अब बिचौलियों की नींद इस चौकीदार ने उड़ा कर रखी है। आज बिचौलियों के हमदर्द परेशान हैं। वे कहते हैं आओ मिलकर मोदी को हटाएं। मैं कहता हूं कि आओ मिलकर देश से गरीबी हटाए। वो मोदी पर स्ट्राइक करने में लगे हैं और ये मोदी आतंक पर स्ट्राइक करने में जुटा है।