नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इंटरव्यू में कहा था कि पाकिस्तान एक लड़ाई से सुधर जाएगा, यह मानना बड़ी भूल होगी। पीएम मोदी के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए इस्लामाबाद ने कहा है कि भारत को पाकिस्तान पर अपने आक्रामक रवैये में बदलाव लाने की जरूरत है। भारत ने एक युद्ध का परिणाम देखा है फिर भी उसके रुख में कोई बदलाव नहीं आया, 100 युद्ध हो जाए फिर कोई बदलाव नहीं आएगा। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने समाचार चैनल एआरआई को दिए अपने इंटरव्यू में कहा कि भारत में चुनाव का माहौल है। वहां पाकिस्तान के नाम पर चुनाव होते हैं। लेकिन पाकिस्तान में ऐसा नहीं है।
जंग की बात भारत ने की है। भारत ने एक जंग का परिणाम देखा है फिर भी उसके रवैये में बदलाव नहीं आया, 100 युद्ध भी हो जाए फिर भी नहीं आएगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अमन की बात की है। भारत की धमकियों का हमारे ऊपर कोई असर नहीं पड़ता। आसिफ गफूर ने कहा कि पाकिस्तान कई बार कह चुका है कि अमन की तरफ जाना चाहिए। जंग की धमकियों से (खासकर पाकिस्तान जैसी मजबूत रियासत पर) हल नहीं होगा और न कभी हुआ है। पाकिस्तान अपने बचाव के लिए सक्षम है।
बता दें कि सर्जिकल स्ट्राइक के बावजूद सीमा पार से संघर्ष विराम के उल्लंघन होने के सवाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि चाहे 1965 का युद्ध हो या 1971 का, एक लड़ाई से पाकिस्तान सुधर जाएगा, ये सोचना बहुत बड़ी गलती होगी। पाकिस्तान को सुधरने में अभी और समय लगेगा। हालांकि प्रधानमंत्री ने यह भी कहा था कि भारत पाकिस्तान से बातचीत के लिए हमेशा तैयार है, लेकिन बम और बंदूक के शोर में बातचीत की आवाज नहीं सुनी जा सकती।