बिहार NDA की सीट शेयरिंग के बाद BJP सांसदों में छटपटाहट, पांच का टिकट कटना तय

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पटना। बिहार एनडीए में सीटों का बंटवारा हो गया है। बीजेपी और जदयू के खाते में 17-17 सीटें आयी हैं, जबकि लोजपा को 6 सीटें मिली हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने दो दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान की मौजूदगी में इसकी घोषणा की थी। इस फैसले के बाद जदयू और लोजपा तो काफी गदगद हैं, लेकिन बीजेपी के सांसदों में छटपटाहट है। वे अपनी-अपनी सीटों को लेकर चिंतित हैं।

दरअसल 2014 में जब लोकसभा चुनाव हुआ था तो उस समय जदयू एनडीए में नहीं था। तब बीजेपी बिहार में 30 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। बाकी की सीटों में से 7 पर लोजपा और तीन सीटों पर रोलासपा लड़ी थी। इनमें से बीजेपी को 22 सीटों पर जीत मिली थी। जबकि, लोजपा 6 और रालोसपा 3 सीटों पर जीतों पर थीं।

लेकिन, बिहार एनडीए का समीकरण अब चेंज हो गया है। नये समीकरण में एनडीए से रालोसपा बाहर हो गयी है, तो जदयू अंदर आ गया है। इससे बीजेपी की सीटों का गणित बिगड़ गया। इस बार बीजेपी महज 17 सीटों पर ही चुनाव लड़ेगी। ऐसे में पांच सांसदों का टिकट कटना तय है। हालांकि अभी तक सीटों के नामों का खुलासा नहीं हुआ है, जिसकी वजह से कुुछ सांसदों में अधिक छटपटाहट है।

भाजपा के अंदरुनी खानों की मानें तो पटना साहिब के बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और दरभंगा के बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद पार्टी के रडार पर हैं। दोनों सांसद बागी बने हुए हैं। वहीं बेगूसराय के सांसद भोला प्रसाद सिंह का पिछले दिनों निधन हो गया। ऐसे में वे लोग दबी जुबान से तीन सीटों को मैनेज करने की बात तो करते हैं, लेकिन 2 सीटों पर कुछ भी बोलने से परहेज करते हैं।

बहरहाल बीजेपी कोटे की नवादा सीट भी इस गणित में उलझा हुआ है। राजनीतिक गलियारे में बताया जा रहा है कि नवादा सीट पर लोजपा ने दावा किया है। ऐसे में नवादा के बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह बेगूसराय जाएंगे या मुजफ्फरपुर से लड़ेंगे, इस पर भी सवाल बना हुआ है। हालांकि पिछले दिनों गिरिराज सिंह ने मीडिया में कहा था कि पार्टी उन्हें जहां से टिकट देगी, वे वहां चले जाएंगे।

इधर बीजेपी विधायक नितिन नवीन ने एनडीए के सीट बंटवारे पर मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि नफा-नुकसान के लिए गठबंधन नहीं होता है। सीएम नीतीश कुमार के आने से गठबंधन काफी मजबूत हुआ है। उन्होंने जोर देकर कहा कि सीटों के कम होने से बीजेपी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। पहला टारगेट यही है कि एनडीए मजबूत रहे। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए बिहार में पहले से ज्यादा सीटें लाएंगी।

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