उपराष्ट्रपति ने कहा कि स्मार्ट सिटी, अमृत मिशन, सभी के लिए आवास जैसी सरकार की पहलें किफायती मूल्य पर आम लोगों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के द्वारा शहरी परिदृश्य में बदलाव ला रही हैं। उन्होंने कहा कि एक अच्छी शुरूआत कर दी गई हैं और एक नवीन तथा पुनरूत्थानशील शहरी भारत बनाने के लिए इसे तार्किक परिणति तक पहुंचाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य हमारे देश के शहरी परिदृश्य का पुनर्निर्माण करना और हमारे नगरों एवं शहरों को आर्थिक विकास का गतिशील वाहक बनाने के अतिरिक्त तेजी से बढ़ते शहरी नागरिकों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित करना भी है।
उपराष्ट्रपति ने शिष्टमंडल को सरकार द्वारा शासन में लाये गये रूपान्तरकारी बदलावों के बारे में जानकारी दी और कहा कि इसने क्षमता निर्माण के सहयोग से
नवीन शहरी मिशनों के तहत परियोजना निर्माण एवं मूल्यांकन के संबंध में राज्यों और नगर प्रशासनों को अधिकार सम्पन्न बनाया है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि हमारी शहरी आबादी का 70 प्रतिशत 500 नगरों एवं शहरों में वास करता है और अवसंरचना कमी को दूर करने के लिए ध्यान केन्द्रित तरीके से व्यापक पंचवर्षीय कार्य योजनाओं को तैयार किया जा रहा है।
मेयर ने भारत में कार्यान्वित किये जा रहे सुधारों की सराहना की एवं भारत के विकास की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत विश्व में सबसे तेज गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। मेयर ने शिक्षा, आईटी, स्वास्थ्य एवं शहरी योजना, विभिन्न क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी के अंतरण जैसे क्षेत्रों में भारत के साथ वर्तमान सहयोग को और सुदृढ़ करने के प्रति दिलचस्पी प्रदर्शित की।