गुरुग्राम। गुरुग्राम पुलिस ने नकली जज बनकर लोगों को ठगने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह फर्जी जज काफी लोगो के साथ ठगी कर चुका है। शिकायत के आधार पर थाना सैक्टर-14 गुरुग्राम में फर्जीवाड़े की कई धाराओं मे मुकदमा दर्ज कर 23 सितंबर को उक्त व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है।
गुरुग्राम पुलिस के पी आर ओ सुभाष बोकन के अनुसार गिरफ्तार युवक का नाम केदारनाथ सागर शर्मा पुत्र मनोज कुमार निवासी इंदिरा नगर कॉलोनी, बरासी गुढ़ा सिकंदराबाद, हैदराबाद है। इस युवक की उम्र लगभग 29 साल है।
उन्होंने बताया कि मयफील्ड गार्डेन सैक्टर-51 गुरुग्राम के निवासी व सैक्टर-14 थाना एरिया में कार accessories (Batra Car Care) की दुकान चलाने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस को सूचित किया कि एक व्यक्ति से उसकी पहचान दुकान पर हुई थी। कुछ समय बाद उसने ज्यादा जान पहचान बना ली और उसे सस्ती कीमत पर सैक्टर-102 गुरुग्राम की एक सोसाइटी में ई डब्ल्यू एस फ्लेट EWS Flat देने की बात कहकर 4 लाख रुपए ले लिए थे। वह अपने आप को तेलंगाना राज्य में सीनियर जज के पद पर तैनात बता रहा था। उसे ना तो फ्लैट मिला और ना ही वह रुपए लौटा रहा था । इस पर उसे शक हुआ और उसने उसके साथ हुई इस ठगी के बारे में पुलिस को सूचित किया।
सेक्टर 14 थाना पुलिस ने सूचना मिलने पर उपरोक्त युवक को काबू किया तथा पूछताछ की। पूछताछ में ज्ञात हुआ कि वह तेलंगाना में जज नहीं है बल्कि अपने आप को जज बताकर लोगों के साथ अलग-अलग तरीके से ठगी करता है। पूछताछ पर उसने चौकाने वाले खुलासे किए।
पी आर ओ के अनुसार जांच में पता चला कि वह युवक ठगी करने के लिए रौब जमाने के लिए यह दिल्ली नंबर की एक 5 सिरीज़ गाड़ी रखता है तथा उस गाड़ी पर इसने “Senior Civil Judge” की प्लेट भी लगा रखी है।
उसने यह भी बताया कि पिछले लगभग 6 महीने से यह गुरुग्राम के सैक्टर-102 की Heritage Max सोसाइटी के फ्लैट न0 D-1801 मे रह रहा था।
पुलिस को यह भी पता चला कि इसने एक महिला को भी झांसा देकर फंसा रखा था जिसे कभी कभी वह अपने साथ अपने फ्लैट पर रखता था । उसके भाई को नेवी मे नौकरी लगवाने के नाम पर उस महिला से भी इसने कई लाख रुपए ठग रखे हैं।
जांच में खुलासा हुआ कि इसके माता पिता हैदराबाद में ही रहते हैं। वर्ष 2012 में यह अपने घर से आया था तथा इसका उनसे कम ही संपर्क रहता है।
हैदराबाद के ही एक नामी संस्थान से इसने B.Tech. (C.S.E.) की डिग्री कर रखी है तथा इसने बतलाया कि वर्ष 2012 से 2016 तक इसने कई कंपनियों में नौकरी भी की है।
केंद्रीय विद्यालय में एड्मिशन के नाम पर 2 दर्जन से भी अधिक बच्चो के परिजनों से 40 से 50 हजार प्रति बच्चा वसूल लिए हैं। इन बच्चो का एड्मिशन हुआ या नहीं इस बारे में पता किया जा रहा है।
पुलिस को जानकारी मिली कि अपने आप को इसने All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) मे बतौर IAS अधिकारी नियुक्त हुआ बतलाकर लोगों को AIIMS मे Group-D की नौकरी दिलाने के नाम पर भी लाखों रुपए ठगे हैं।
पिछले कुछ महीनों में यह बतौर जज कई बार PWD Rest House में भी रुका था। इसके पास Senior Civil Judge के नकली पहचान पत्र भी मिले हैं। इसके अतिरिक्त इसके पास IAS, Senior Civil Judge, School व अन्य कई प्रकार की नकली मोहरें भी बरामद हुई हैं।
पुलिस ने इस युवक को अदालत मे पेश किया जहां से पूछताछ व बरामदगी के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।