लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर चीन से आयात को बढ़ाने के लिये नोटबंदी और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) थोपने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि इन दोनों ही कदमों से देश के विकास पर बुरा असर पड़ा है।
अखिलेश ने उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पंडित गोविन्द वल्लभ पंत की जयन्ती पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद संवाददाताओं से कहा ‘‘चीन से आयात बढ़ाने के लिये नोटबंदी और जीएसटी को लागू किया गया। ये राष्ट्रभक्त (भाजपा के लोग) चीन के सामान का बहिष्कार करने की बात कहते थे। केन्द्र सरकार तो उत्तर प्रदेश के कुल बजट से भी ज्यादा कीमत का सामान चीन से आयात कर रही है। अगर बाहर से ही सामान मंगवाया जाएगा तो मेक इन इंडिया कैसे सफल होगा। नोटबंदी और जीएसटी से देश की तरक्की पर बुरा प्रभाव पड़ा है।‘‘
भाजपा को अहंकारी पार्टी करार देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा ‘‘वे (भाजपा) कहते हैं कि वह अगले 50 साल तक राज करेंगे। यह उनके अहंकार को दिखाता है। यह सरकार का अहंकार है कि वह सोचती है कि महंगाई से क्या होगा। वह यह भी कह सकती है कि महंगाई से खुशहाली आती है। वह पिछले तीन उपचुनावों में मिली करारी हार को भूल गयी है। लोग अब इस कुशासन से खुद को आजाद करने का इंतजार कर रहे हैं।‘‘
उन्होंने कहा कि देश के किसान भी इस सरकार से परेशान हैं। उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। परेशान किसान विधानभवन के सामने आलू डालकर गये थे। सरकार बता दे कि उसने किस किसान का आलू सरकारी मूल्य पर खरीदा है।
कांग्रेस द्वारा आहूत ‘भारत बंद‘ के बारे में पूछे जाने पर सपा प्रमुख ने कहा ‘‘ऐसे में जब विपक्ष विरोध कर रहा है, आज सुबह भी पेट्रोल और डीजल के दामों में कुछ पैसों की बढ़ोतरी कर दी गयी। महंगाई को लेकर मोदी सरकार का रवैया देखकर आम आदमी के प्रति उसकी संवेदनहीनता जाहिर होती है।‘‘
अखिलेश ने भाजपा को भ्रष्ट पार्टी बताते हुए कहा कि प्रदेश में हाल में हुई प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ियों की जांच होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि खुफिया तंत्र और सीबीआई तो भाजपा के हाथों में है। उन्हें अनियमितताओं की जांच करके दोषियों को सजा देनी चाहिये।