बाढ़ से बचाव की कोई व्यवस्था नहीं
देव सेना के जिलाध्यक्ष दीपक गुर्जर ने यहां पुलिस तैनात करने की मांग की
पर्यटकों व श्रद्धालुओं के बचाव के लिए आवश्यक इंतजाम करने की भी मांग की
प्रशासन ने बालाजी जाने के लिए नदी में नाव नहीं डाला
सवाईमाधोपुर।(जीतराम गुर्जर)। झरेल के बालाजी की पुरी पुलिया डूबी। बालाजी के तिबारे डूब कर बालाजी के प्रागण में पानी फिर रहा है।देव सेना जिलाध्यक्ष दीपक सिंह गुर्जर ने बताया की नदी का पानी दो दिन से लगातार चढ़ रहा है फिर भी अभी तक प्रशासन की और से आसपास के गांवो को अलर्ट नही किया गया। उन्होंने बताया की यहां नदी के ऊफान पर आते ही घूमने व पिकनिक मनाने वालो का आना शुरू हो जाता है। हर वर्ष यहां नदी में बहकर या डूबकर कई लोग मौत के मुंह में चले जाते हैं। फिर भी बारीश के इन दिनो में इन घूमने व पिकनिक मनाने वालो पर कोई रोक टोक नहीं है। हजारों श्रद्धालुओं के लिए अब बालाजी जाने का रास्ता बाधित हो गया है। लोगों को कई किलोमीटर घूम कर जाना पड़ता है।
देव सेना जिलाध्यक्ष ने यहां सुबह से शाम तक जब तक यहां नदी का बहाव तेज रहता है तब तक दो पुलिस तैनात करने की मांग की। उनका कहना है कि इससे यहां आने वाले पर्यटकों को समय समय पर टोका व रोका जा सके। अगर कोई विषम परिस्थिति पौदा होती है तो उससे बचाव के उपाय भी करने की जरूरत है।
दीपक सिंह गुर्जर ने बताया की यहां हर वर्ष जब तक बालाजी नही डूब जाता तब तक नांव के माध्यम से लोगो को नदी पार कराया जाता है। लेकिन इस वर्ष नांव की व्यवस्था नहीं होने के कारण लगभग पचास किलोमीटर का घूमाव खाकर श्रद्धालुओं और अन्य लोवों को आना पड़ता है।अगर यह पुलिया ऊची हो जाये तो यहां से खातोली इटावा बांरा का रूट सुचारू रुप से चालू रह सकेगा। नदी का जल स्तर काफी ऊपर आ जाने के कारण अब यह रूट अवरूद्द हो गया है और यहाँ आने वालों के लिए असुविधा ही नहीं खतरा भी है।
यहां के आस पास के लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने तत्काल इन ओर ध्यान नहीं दिया तो स्थिति उर भी खतरनाक हो सकती है।