जनहित के मुद्दों पर भाजपा सरकार सबसे अधिक संवेदनशील : बराला

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: कार्यकर्ताओं का लक्ष्य निरन्तर जनसेवा में बने रहने का हो
: कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा है, जो आमजन तक पहुंच रही हैं योजनाएं
फरीदाबाद। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा है कि भाजपा सरकार जनहित मुद्दों पर सबसे अधिक संवेदनशील रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने न केवल दशकों से तकनीकी अड़चनों वाले मुद्दों पर आगे बढ़ने की हिम्मत की अपितु पूर्व सरकारों द्वारा निजी हितों के कारण अधूरी छोड़ी गई जिम्मेदारियों को भी बेहतर तरीके से निभाया है। आज हमारे कार्यकर्ता को निरन्तर जनसेवा में बने रहने के लिए कड़ी मेहनत करनी है, ताकि आमजन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठा सके।
फरीदाबाद में प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में अध्यक्षीय सम्बोधन में कार्यकर्ताओं के निरन्तर किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि भाजपा ने केंद्र और प्रदेश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद से ही पूर्व सरकारों के मुकाबले सबसे अधिक संवेदनशील रुख अपनाते हुए आमजन की तकलीफों को न केवल समझा है, अपितु उनका समाधान निकलते हुए मरहम लगाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि व्यापक स्तर पर योजनाओं का क्रियान्वयन करने के साथ-साथ बहुत से ऐसी अड़चनों का भी भाजपा ने केंद्र, प्रदेश में समाधान किया है, जिसे पूर्व की सरकारें अपने राजनीतिक हितों में अड़चन मानकर छोड़ गई थी। पूर्व सरकारों द्वारा हमेशा ही वोटबैंक और राजनीतिक महत्वकांशा को अग्रणी रखते हुए आमजन के प्रति दायित्वबोध को नजर अंदाज किया। लेकिन 4 साल से भाजपा इस दिशा में राजनीतिक महत्वकांशा पर राष्ट्र विकास और जनसेवा को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ रही है।
बराला ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता को संतुष्टि होनी चाहिए, क्योंकि उनकी मेहनत की बदौलत आज समाज के अंतिम छोर पर अंतिम पंक्ति में मौजूद व्यक्ति तक योजना का लाभ पहुंचना सुनिश्चित हुआ है। उनकी ईमानदार मेहनत का सुफल जनसामान्य को मिलने से कार्यकर्ता में यह भाव होना चाहिए कि विपक्षी पार्टियां किसी भी प्रकार से भाजपा को प्रभावित नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि हम सबको लगातार एकजुट रहना है और जनसेवा के इस अवसर की निरंतरता पर आगे बढ़ते जाना है। इस कड़ी में कार्यकर्ता को अधिक से अधिक अवसर मिलते रहेंगे, जिसे उन्हें लक्ष्य पूरा होने तक निभाना है।

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