धरना में महिला पंचायत प्रतिनिधियों की बढ़ी संख्या

Font Size

कांग्रेस नेताओं ने दिया किसानों को हर संभव मदद का भरोसा

ईस्टर्न पेरीफेरल (कुंडली-गाजियाबाद-पलवल) का मामला

तिगांव (निस): ईस्टर्न पेरीफेरल (कुंडली-गाजियाबाद-पलवल) के लिए गांव फज्जूपुर-शाहाजहांपुर के बीच बने  यमुना पुल पर उतार-चढ़ाव की मांग को लेकर किसानों ने तीसरे दिन हवन कर धरने की शुरूआत की। वहीं दूसरी तरफ धरना स्थल पर कांग्रेस नेताओं की जबरदस्त उपस्थिति रही। जहां कांग्रेस के पूर्व पृथला विधायक रघुवीर तेवतिया व नगर निगम के वरिष्ठ महापौर मुकेश शर्मा के अलावा कांग्रेस नेताओं ने किसानों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इसी के साथ सोमवार को हुए इस धरने में महिला पंचायत प्रतिनिधियों की संख्या काफी रही।
धरना स्थल पर बैठे किसानों में सूरजपाल भूरा ने बताया कि किसानों को धरना स्थल पर शांति व भाईचारे का माहौल बने रहने के लिए हवन का आयोजन किया। वहीं आज से किसानों ने पुल के निर्माण के प्रयोग में लाई जाने वाली मिट्टी व पानी पर पूर्णतया रोक लगा दी है। तीसरे दिन इस धरने में आसपास की महिला पंचायत प्रतिनिधियों में मंजूबाला,प्रीती, ईश्वरी देवी,सुमन,रीना,दयावती के अलावा डा. मुकेश भाटी, नहारसिंह,जयपाल,ओपी भाटी,किशन, सुभाष, देविन्द्र गोयल आदि ने संबोधित किया।
क्या है मांग :-
किसानों में अपनी मांग रखते हुए गांव चांदपुर के किसानों ने बताया कि कुंडली-गाजियाबाद-पलवल के लिए फरीदाबाद की सीमा के गांव फैज्जूपुर-शाहाजाहपुर में यमुना पर पुल बनाया जा रहा है। इस पुल से आने-जाने के लिए आसपास के गांवों के लोगों के लिए कोई भी रास्ता नहीं है। केजीपी पर चढऩे के लिए मोहना मार्ग पर गांव मौजपुर के पास रास्ता बनाया गया है। जबकि पुल के आसपास के करीब दो दर्जन से अधिक गांवों के किसान यमुना पार अपने खेतों पर आने-जाने के लिए  इस पुल और मार्ग का उपयोग करना चाहते हैं। लेकिन कोई भी किसानों की इस मांग को मानने के लिए तैयार नहीं है। जिसके लिए किसान सभी दरवाजे खटखटा चुके हैं,लेकिन उसकी सुनाई नहीं हुई। राष्ट्र्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचआइए) के अधिकारी किसानों की इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है। जिसके कारण ही किसानों ने धरना जैसा कदम उठाया है।

You cannot copy content of this page