‘ऊर्जा समिति’ ने ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ पर प्रकृति के साथ समरसता स्थापित करने पर दिया बल

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‘ऊर्जा समिति’ ने ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ पर प्रकृति के साथ समरसता स्थापित करने पर दिया बल 2

गुरुग्राम, 5 जून । गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी ‘ऊर्जा समिति’ द्वारा आज ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ मनाया और आह्वान किया गया कि हमें मिलजुल कर यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी आने वाली पीढ़ी प्रकृति के साथ समरसता द्वारा स्वच्छ और हरित वातावरण में रहे।

समिति के महासचिव संजय कुमार चुघ ने पर्यावरण को अपने जीवन मूल्यों के साथ ही अपनाने पर बल दिया और कहा कि लोगों को अपने अच्छी आदतों की तरह पर्यावरण सुरक्षा की आदत भी बनानी होगी। जीवन जीने के लिए स्वच्छ वातावरण स्वयं ही बनाना होगा और औरों को भी इसके लिए प्रेरित करना होगा। उन्होंने उत्सव व त्यौहार आदि पर्यावरण के अनुकूल मनाने का आह्वान किया और कहा कि आज समय की जरुरत के अनुरूप प्रत्येक को अपने शुभ व यादगार कार्य के साथ पर्यावरण की सुरक्षा करनी चाहिए।

उन्होंने पौधा रोपण करते हुए कहा कि सभी को अपने प्रत्येक जन्म दिन पर एक पौधा अवश्य लगाकर उसकी रक्षा करनी होगी। उन्होंने लोगों से पुरजोर अपील की कि वे पर्यावरण को सुरक्षित रखने में अपना पूरा योगदान दें। पर्यावरण दिवस को सार्थक बनाने में प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी एवं हरा-भरा वातावरण बनाने में भागीदारी करनी होगी।सभी लोग पर्यावरण की रक्षा के लिए कम से कम प्लास्टिक, बिजली, पानी, तेल, गैस, पेट्रोल व डीजल का इस्तेमाल कर अपने दायित्वों का निर्वाह करें।

‘ऊर्जा समिति’ ने ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ पर प्रकृति के साथ समरसता स्थापित करने पर दिया बल 3

मानवता की सेवा के लिए सदैव समर्पित ऊर्जा समिति द्वारा इन दिनों लोगों को इस धरती के बढ़ते हुए तापमान से जो पर्यावरण संकट उत्पन्न हो रहे हैं उनके प्रति जन-जन में जागरूकता लाने के प्रयास किये गए। लोगों को पर्यावरण केलिए पौधे लगाने और उनकी रक्षा के लिए जागरूक किया गया।

समिति के स्वयंसेवक कार्यकर्त्ताओं ने ‘प्लास्टिक प्रदुषण समाप्त करें’ और ‘प्लास्टिक का प्रयोग न करें’ के सन्देश भी लोगों को पहुंचायें और संपर्क में आने वाले सभी लोगों को संकल्प कराया कि आगे भी वे सदैव इसके प्रति जागरूक रहेंगे। लोगों ने प्रकृति के केवल उचित इस्तेमाल करने और दोहन और शोषण न करने का संकल्प किया।

ऊर्जा समिति ने इस पर्यावरण संरक्षण अभियान में ज्यादा सेज्यादा लोगों को शामिल होने का आहवान किया। महासचिवने बताया कि पर्यावरण असंतुलन के कारण आज केवातावरण में प्रदुषण ही प्रदुषण दिखाई देता है। भूमि प्रदुषण, वायु प्रदुषण, ध्वनि प्रदुषण, जल प्रदुषण और विचारों के प्रदुषण, सभी पर्यावरण को नुकसान ही पहुंचाते हैं। इन सबप्रदुषणों से व्यक्ति को स्वयं ही निजात पानी होगी। पर्यावरण के प्रति यदि व्यक्ति जागरूक होगें तो प्रदुषण कम करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।

उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस वर्ष ‘विश्व पर्यावरणदिवस’ मनाने के लिए भारत को विश्व भर में सबसे अग्रणी देश घोषित किया और ‘प्लास्टिक प्रदुषण को समाप्त करें’अभियान का नेतृत्व भारत ने किया। विश्व भर में प्लास्टिक प्रदुषण को समाप्त करने के लिए देशभर में मिलजुल कर अभियान चलाये गए। आज सभी विकसित और विकासशील देशों ने मिलकर ही पर्यावरण संरक्षण की उम्मीद की है और यह सभी का सामूहिक दायित्व है। आज वक़्त की मांग के अनुसार पर्यावरण के प्रति लोगों की जागरूकता ही समाज,राष्ट्र और विश्व को नई दिशा दे सकती है। सभी देशों के लोगसजग हों तो इन प्रदुषणों को रोकनें में एवं ऊर्जा, बिजली, पानी, पर्यावरण बचत करने में विभिन्न तरह से अपनी भूमिकानिभा सकते है।

ऊर्जा समिति ने प्रत्येक व्यक्ति को प्लास्टिक प्रयोग न करने, एक पौधा अवश्य लगाने एवं उसकी सुरक्षा करने पर बल दियाऔर लोगों से आहवान किया कि पर्यावरण सुरक्षा में अपनायोगदान देंगे एवं प्रकृति को ओर हरा-भरा बनायेंगे। आज के अभियान में योगेश नारंग, सुनील पिलानी, विजय माहौर, नरेंदर बॉबी, गुलशन गोयल, प्रदीप शर्मा, राजेश प्रजापति, रोहित मदान, कृष्ण आर्य, कृष्णा तिवारी व सतीश कुमार सहित अनेकों स्वयं सेवकों ने भाग लिया।

फोटो संलग्न है: पौधारोपण करते ऊर्जा समिति के महासचिव संजय चुघ एवं अन्य स्वयंसेवक।

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