वकीलों के वेलफेयर के लिए भी कई मुद्दों पर बनी सहमति
नए वकीलों के रजिस्ट्रेशन की फीस को लेकर आपत्ति दर्ज कराने की मांग उठी
रेवाड़ी। जिला बार एसोसियेशन के आवहान पर प्रदेश की 17 बार एसोसियेशन के पदाधिकारियों ने एकसुर में हरियाणा के लिए अलग हाई कोर्ट बनाने की वकालत की। शहर के नाईवाली चौक स्थित सेंडपाइपर में बार एसोसियेशन के पदाधिकारियों ने वकीलों की समस्याओं और सुझावों को लेकर व्यापक चर्चा की। इस सम्मेलन में विभिन्न बार से आए पदाधिकारियों ने एक बैनर के तले वकीलों को एकजुट हो कर आगे बढ़ने पर सहमति जताई।
सम्मेलन जिला बार की ओर से आयोजित किया गया था। शनिवार को आयोजित शहर के सेंडपाइपर में कार्यक्रम की शुरूआत रेवाड़ी बार के पदाधिकारियों ने बाहर से आए वकीलों का फूलमाला पहना कर स्वागत किया। कार्यक्रम का मंच संचालन करते हुए अश्विनी तिवारी ने वकीलों के वेलफेयर सहित, अलग हाई कोर्ट, पांच कार्य दिवस करने, रजिस्ट्रेशन की फीस कम करने, एकता व संगठन को मजबूत करने और चुने हुए प्रतिनिधियों का कार्यकाल बढ़ाने जैसे विषयों को रखा। कार्यक्रम की अध्यक्षता पंजाब एवं हरियाणा बार कौंसिल के सदस्य मिंन्द्रजीत सिंह ने की।
इस चर्चा में शामिल अध्यक्ष मिन्द्रजित ने कहा कि बार के सभी पदाधिकरियों की मांग को ध्यान में रखते हुए नए वकीलों की रजिस्ट्रेशन की फीस को कम कराने की वे पूरी कौशिश करेंगें। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अलग हाई कोर्ट के लिए तकनीकी रूप से समयसीमा निर्धारित कर मांग रखी जायेगी। उसके लिए वे अपने साथियों के साथ हमेंशा तैयार हैं और प्लानिंग करके वकीलों के सहयोग से काम करेंगें। उन्होंने बताया कि वकील की असामयिक मृत्यु होने पर बार कौंसिल एक लाख रूपये व दुर्घटना की स्थिति में दो लाख रूपये की सहायता राशी दी जाती है। इस राशी को भी बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि वकीलों के वेलफेयर के लिए 2300 रूपये की बीमा पालिसी की शुरूआत की गई है जिसमें साढ़े चार लाख रूपये तक के लाभ वकीलों को दुर्घटना की सूरत में दिये जाने का प्रावघान है।
नए वकीलों के रजिस्ट्रेशन की फीस को लेकर आपत्ति दर्ज कराते हुए सोनीपत के बार प्रधान राजेन्द्र सिंह ने कहा कि 17000 रूपये की फीस लेना वाजिब नहीं है, इसके लिए पंजाब हरियाणा बार कौंसिल को सभी बार की ओर से विरोध दर्ज कराया जायेगा। उन्होंने कहा कि अलग हाई कोर्ट के लिए राजनितिक व आधिकारिक इच्छा शक्ति के आभाव में यह मांग रूकी हुई है। इसके अलावा भिवानी के प्रधान चेतन आनंद ने वेलफेयर के लिए सेल्फ फंडिंग पर जोर दिया उन्होंने कहा कि वकालतनामा पर टिकट के नाम पर फंडिंग एकत्रित करनी चाहिए। रोहतक के प्रधान लोकेन्द्र ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि पदाधिकारियों के लिए समयसीमा एक साल बहुत कम है इसे बढ़ाने के लिए प्रयास किये जाने चाहिये।
इसके अलावा पानीपत के प्रधान शेलसिंह खरब ने भी वकीलों की एकता को मजबूत बनाए रखने के लिए पहल करने पर जोर दिया। पलवल बार के प्रधान सुभाष शर्मा झज्जर बार के प्रधान कृष्ण कादयान, जींद के प्रधान बलराज चौहान ने भी अपने विचार प्रकट किये। इस मौके पर सोनीपत के प्रधान राजेंद्र सिंह, पटौदी से तेजपाल सिंह, कनीना से विजेन्द्र सिंह, महेन्द्रगढ़ से राजकुमार यादव, पानीपत से शेरसिंह खरब, जींद से बलराज श्योराण, गुहला से बलदेव पुनिया, पलवल से सुभाष शर्मा, झज्जर से कृष्ण कादियान, बावल से ज्ञानसिंह, भिवानी से चेतन आनंद, फरीदाबाद से विवेक उर्फ बाबी रावत, कोसली से दुष्यंत, हिसार से बृजेश संधू तथा बहादुरगढ़ से विजेंद्र राठी, जिला बार के उपप्रधान रविंद्र यादव उपप्रधान राजीव यादव, सहसचिव मोनिका यादव और कोषाध्यक्ष विशाल यादव मौजूद रहे।
इस अवसर पर प्रधान रवींद्र यादव ने सभी बार के पदाधिकारियों का पगड़ी पहना कर स्वागत किया ओर कहा कि यह सम्मेलन प्रत्येक माह में किया जायेगा। अगला सम्मेलन पंजाब व हरियाणा बार कौंसिल की ओर से चंड़ीगढ़ में आयोजित किया जायेगा।