चंडीगढ़, 1 मार्च : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य में बनाए में जा रहे कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) मार्ग के दोनों ओर एक-एक किलोमीटर के अंदर तक ढांचागत विकास किया जाएगा ताकि दोनों ओर विभिन्न प्रकार के उद्योगों, व्यवसायों व अन्य प्रकार की गतिविधियों को सृजित किया जा सकें ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया हो सकें। उन्होंने कहा कि हरियाणा में केएमपी 180 किलोमीटर तक पड़ता है और जबकि यह मार्ग उत्तर प्रदेश में 80 किलोमीटर हैं। इस लिहाज से राज्य सरकार हरियाणा में इस मार्ग के दोनों ओर 360 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को विकसित करेंगी।
मुख्यमंत्री ने यह जानकारी आज गुरुग्राम में हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसरंचना विकास निगम कार्यालय के आडिटोरियम में राष्ट्रीय एप्रेंसटिसशिप प्रोमेाशन योजना एवं सक्षम साथी इकाईयों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए दी।
उन्होंने कहा कि हरियाणा विभिन्न क्षेत्रों में दिन प्रति दिन नित नई उपलब्धियां हासिल कर रहा हैं और राज्य ईज आफ डूईंग बिजनेस में 99.19 प्रतिशत के स्कोर के साथ पहले स्थान पर पहुंच गया हैं । उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में राज्य ईज आफ डूईंग बिजनेस में 14वें स्थान पर था जबकि वर्ष 2016 में 6वें स्थान पर आया और अब वर्ष 2018 में आज के दिन तक यह पहले स्थान पर आ पहुंचा हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग जगत को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार ने उद्यमियों को प्रदेश में उद्योगों की स्थापना के लिए लाईसेंस और क्लीयरेंस देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम स्थापित किया हैं जिसके तहत 45 दिनों के भीतर क्लीयरेंस देने होते हैं यदि 45 दिनों में यह क्लीयरेंस नहीं मिलते हंै तो इन क्लीयरेंसों को डिम्ड कलीयरेंस दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अभी हाल ही में केवल व मात्र 7 दिनों के भीतर 1600 उद्योगों को क्लीयरेंस दिए हैं, जो अपने आप में एक उपलब्धि हैं।
उन्होंने कहा कि गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी विकास कार्य करवाए जा रहे हैं क्योंकि गुरुग्राम और फरीदाबाद बडे शहर हैं तथा राज्य सरकार द्वारा हर प्रकार की सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री विपुल गोयल, गुरूग्राम के विधायक उमेश अग्रवाल, पटौदी की विधायक बिमला चौधरी, मुख्य सचिव डी एस ढेसी, गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद, हरियाणा उद्योग विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के प्रधान सचिव टी सी गुप्ता, कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के निदेशक अशोक कुमार मीणा, हरियाणा राज्य कौशल विकास विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू, जिला भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र चौहान, गुरुग्राम के आयुक्त डी सुरेश, पुलिस आयुक्त संदीप खिरबार, उपायुक्त विनय प्रताप सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
क्रमांक-2018
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश में किसी भी नौजवान को बेरोजगार व खाली नहीं रहने देगी, इसके लिए सरकार ने विभिन्न क्रंातिकारी कदम उठाए हैं, जो आज तक न तो पिछली सरकारों ने उठाए हैं और न ही देश में अब तक किसी अन्य राज्य ने उठाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवकों को रोजगार दिलाने के लिए उनके कौशल को निखारने की आवश्यकता हैं और इस उदेश्य के लिए सरकार राज्य के पलवल जिला के दुधौला गांव में हरियाणा कौशल विकास विश्वविद्यालय की स्थापना कर रही है जो कि देश का पहला ऐसा अनूठा विश्वविद्यालय होगा जहां पर आवश्यकता के अनुरूप विभिन्न पाठयक्रमों को संचालित करके युवकों को रोजगारपरक बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री आज गुरुग्राम में हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसरंचना विकास निगम कार्यालय के आडिटोरियम में राष्ट्रीय एप्रेंसटिसशिप प्रोमेाशन योजना एवं सक्षम साथी इकाईयों को सम्मानित करने के लिए आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित किया । कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 22 उद्योगों व ईकाईयों से आए हुए सक्षम साथियों को सम्मानित भी किया। ये सभी सक्षम साथी राष्ट्रीय एप्रेंसटिसशिप प्रोमेाशन योजना के तहत ब्रांड एम्बेसडर भी हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य के युवकों को रोजगार दिलाने के उदेश्य से सरकार प्रदेश में उद्योगों को स्थापित कर रही हैं ताकि प्रदेश का कोई भी युवक बेरोजगार न रहें। उन्होंने कहा कि जीएसटी आने से पहले राज्य सरकारें अपने प्रदेश में उद्योगों को राजस्व अर्जित करने के लिए आमंत्रित करती थी परंतु जीएसटी अधिनियम आने के पश्चात इसकी रूपरेखा में बदलाव हुआ है और अब जिस राज्य में सबसे अधिक खपत होगी उस राज्य को राजस्व अधिक प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि इन सबके बावजूद हरियाणा सरकार प्रदेश में उद्योगों को स्थापित कर रही है ताकि राज्य के युवकों के लिए ज्यादा से ज्यादा रोजगार सृजित हो सकें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमें अपने युवकों में कौशल को निखारना हैं ताकि वे किसी न किसी क्षेत्र में माहिर हो सकें। उन्होंने कहा कि आज व्यवसाय के प्रकार बदल रहे हैं और कौशल के माध्यम से ही व्यवसाय किया जा सकता हैं। उन्होंंने कहा कि नौजवानों की शक्ति को दिशा दी जाएगी जिससे वे अपने कार्यों में व्यस्त रहेंगो, वे गलत कार्यों में लिप्त नहीं होगें और गलत राह पर नहीं पडेंगे। मुख्यमंत्री ने खाली दिमाग शैतान का घर होता है, कि कहावत पर दो किस्से भी उपस्थित उद्यमियों से सांझा किए ।
उन्होंने कहा कि इस उदेश्य के तहत ही राज्य सरकार ने प्रदेश के पढे-लिखे युवाओं के लिए सक्षम युवा योजना को बनाया और इस योजना के तहत विशेष श्रेणी में पोस्ट-ग्रेेजूयट युवाओं को 100 घंटे का काम दिया जाता है और इसके बदले इन युवाओं को 9000 रुपए तक का मानदेय दिया जा रहा हैं। इसी प्रकार, विशेष श्रेणी में ग्रेजूयेट युवाओं को भी 100 घंटे काम के बदले 7500 रूपए तक का मानदेय दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक इस योजना के तहत 48000 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं और सरकार ने लगभग 15000 युवाओं को 100 घंटे का काम दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार की प्राथमिकता प्रदेश में काम करने की है और इन प्राथमिकताओं में बडी प्राथमिकता जन सामान्य को सुखी रखने की हैं। उन्होंने कहा कि समाज में किसी भी योजना के लिए पात्र व्यक्ति तक उस योजना का लाभ मिलें, इस व्यवस्था को ठीक करना हैं। उन्होंने कहा कि आज हमारे यहां 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष तक की हैं अर्थात नौजवान लोग ज्यादा हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में आज पांच लाख लोग बेरोजगार हैं और ऐसे बेरोजगार युवकों का कौशल हम सबको मिलकर निखारना हैं। उन्होंने कहा कि गैर-सरकारी संस्थानों को 2.5 प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक एप्रैंनटिशशिप रखने का प्रावधान हैं, इसलिए हम सबको ऐसे युवकों को रोजगारपरक बनाना है ताकि वह अपनी आजीविका अर्जित कर सकें।
उन्होंने राज्य की पिछली सरकारों पर प्रहार करते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने भर्ती प्रणाली में गडबडिय़ां कर रखी थी। उन्होंने कहा कि आज 20 हजार से अधिक नौकरियां ऐसी हैं,जिनकी भर्ती रूकी हुई है और ये ऐसी भर्तियां हैं जिनके साक्षात्कार व परीक्षाएं तथा भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, परंतु कोई न कोई कोर्ट में चला जाता है।
मुख्यमंत्री ने उद्योगों से आए हुए प्रतिनिधियों से अपील करते हुए कहा कि वे प्रदेश के युवाओं को कौशल बनाने में अपना बढ़-चढक़र योगदान दें ताकि राज्य के युवाओं को रोजगारपरक बनाया जा सकें। उन्होंने इस अवसर पर 22 उद्योगों से आए हुए प्रतिनिधियों अर्थात सक्षम साथियों को सम्मानित होने के लिए बधाई व शुभकामनाएं भी दी।
इससे पहले, कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि और राज्य के उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने मुख्यमंत्री व उपस्थित लोगों को होली के त्यौहार की बधाई देते हुए कहा कि विपक्ष के साथी कहते हंै कि हरियाणा सरकार उद्योग पलायन कर रहे हैं परंतु इस बात का अंदाजा इसी से ही लगाया जा सकता हैं कि हरियाणा को राष्ट्रीय एप्रेंसटिसशिप प्रोमेाशन योजना के तहत चैम्यिन आफ चेंज के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके अलावा, प्रदेश में युवाओं के कौशल को निखारने के लिए हरियाणा राज्य कौशल विकास विश्वविद्यालय स्थापित किया जा रहा है और विभिन्न कौशल से संबधित कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अगुवाई में राज्य की ऐसी औद्योगिक नीति बनाई गई जिसमें हितधारकों की टिप्पणियां ली। उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि वर्ष 2016 में इंवेस्ट सम्मिट के दौरान 3 लाख 79 हजार करोड़ रुपए के समझौते हुए जबकि इस सम्मिट में एक लाख करोड के समझौतों की आशा की जा रही थी। उन्होंने कहा कि यहीं से पता चलता है कि हरियाणा में उद्योगों को किस प्रकार बढावा दिया जा रहा है और राज्य में उद्योग स्थापित हो रहे हैं।
उन्होंने उपस्थित सक्षम साथियों से आग्रह करते हुए कहा कि आज जो उन्हें यह सम्मान मिलेगा तो वे इस सम्मान को अवश्य ही अपने कार्यालय में रखें ताकि इस पुरस्कार से ओर लोगों को भी प्रेरणा मिलती रहे। उन्होंने कहा कि मासिक स्टाईफंड के 25 प्रतिशत की प्रतिपूर्ति के प्रावधान में भी बढोतरी होने जा रही हैं और यह बढौतरी जल्द ही होगी। उन्होंने कहा कि राज्य में स्थापित होने वाली हरियाणा राज्य कौशल विकास विश्वविद्यालय को 960 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो युवक एक बार हैल्पर लगता है तो वह हैल्पर ही रह जाता है यदि कोई श्रमिक अपने आपको अपग्रेड करना चाहता है तो वह इस प्रकार के पाठयक्रमों को ग्रहण करके सीईओ के पद तक भी पहुंच सकता है।
हरियाणा के मुख्य सचिव डी.एस. ढेसी ने कहा कि राज्य सरकार रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए प्रयासरत हैं और हर संभव तरीके से युवाओं को अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने उद्योगों के प्रतिनिधियों से कहा कि राज्य सरकार ने उद्योगों को अपील की है कि वे अधिक से अधिक संख्या में युवाओं को एप्रेंसटिसशिप में लगाए ताकि आने वाले समय में हरियाणा देश में नंबर एक पर रहें।
हरियाणा उद्योग विभाग के प्रधान सचिव श्री सुधीर राजपाल ने कहा कि हरियाणा की राष्ट्रीय एप्रेंसटिसशिप प्रोमेाशन योजना को लागू करने में नंबर एक पर हैं, ईज आफ डूईंग में भी नंबर एक पर हैं और इन सभी उपलब्धियों का श्रेय हरियाणा के मुख्यमंत्री के नेतृत्व व उद्योगों को जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में 26610 रोजगार अवसर आने वाले हैं और ये रोजगार अवसर वैज्ञानिक तरीके से चिन्हित करके लक्ष्य निर्धारित करके सृजित हो रहे है ताकि उद्योग इन रोजगार के अवसरों को अपने यहां पर रख सकें। उन्होंने कहा कि हम उद्योगों को उच्च कौशल श्रमिक देना चाहते हैं।
हरियाणा कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के प्रधान सचिव श्री टी सी गुप्ता ने कहा कि केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय एप्रेंसटिसशिप प्रोमेाशन योजना के तहत 10 हजार करेाड रुपए का प्रावधान किया है और हरियाणा इस योजना में नंबर एक के स्थान पर हैं। इस योजना के तहत हरियाणा में एक लाख जनसंख्या के पीछे 87 एप्रेंसटिस है जबकि दूसरे स्थान पर आने वाले राज्य की यह गणना एक लाख जनसंख्या के पीछे 40 थी। हरियाणा को गत नवंबर के प्रथम सप्ताह में चैम्यिन आऊ चेंज के पुरस्कार से नवाजा गया है। उन्होंने कहा कि आज हम एक लाख जनसख्ंया के पीछे 125 की संख्या के साथ हैं जिसे वर्ष 2019 में 250 करने का लक्ष्य रखा है। श्री गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय एप्रेंसटिसशिप प्रोमेाशन योजना के तहत राज्य के 20 व्यक्तियों को ब्रांड एम्बेस्डर भी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यह पॉलीटिकल और ब्यूरोके्रटिक प्रतिबद्धता थी कि आज हरियाणा सरकार में 8078 एप्रेंनटिश लग चुके हैं। उन्होंने कहा कि आज देशभर में तीन लाख एप्रेंसटिसशिप है जिनमें से 32 हजार हरियाणा के हैं।
इस मौके पर सक्षम साथी व सुब्रोज के एचआर हैड पवन यादव ने भी राष्ट्रीय एप्रेंसटिसशिप प्रोमेाशन योजना के तहत अपने अनुभव सांझा किए। हरियाणा कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के निदेशक अशोक कुमार मीणा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर गुरूग्राम के विधायक श्री उमेश अग्रवाल, पटौदी की विधायक श्रीमती बिमला चौधरी, गुरुग्राम की मेयर श्रीमती मधु आजाद, हरियाणा राज्य कौशल विकास विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र चौहान, गुरुग्राम के आयुक्त श्री डी सुरेश, पुलिस आयुक्त श्री संदीप खिरबार, उपायुक्त श्री विनय प्रताप सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
जिन्हें किया मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित
इन सक्षम साथियों में लेबोटैक माइक्रोस्कोप्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड अंबाला कैंट, जेबीएम ऑटो फरीदाबाद, एस्कोर्टस लिमिटेड फरीदाबाद, जेसीबी इंडिया लिमिटेड फरीदाबाद, जेबीएम लिमिटेड गुरुग्राम, नील मैटल प्रोडक्ट्स गुरुग्राम, सुब्रोज लि. मानेसर, हीरो मोटोकोर्प लिमिटेड गुरुग्राम, होंडा मोटर साईकिल एंड स्कूटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड गुरुग्राम, मारूति सुजुकि इंडिया लिमिटेड गुरुग्राम, जैको एयरकोन लिमिटेड झज्जर, लारसैन एंड टोबरो लिमिटेड झज्जर, सैंट गोबेन इंडिया लिमिटेड जींद, एजिस कस्टमर स्पोर्ट सर्विसिज़ करनाल, एंडरिट्ज हाईड्रो प्राइवेट लिमिटेड पलवल, अल्ट्राटैक सीमेंट पानीपत , मुंजाल ऑटो इंडस्ट्रीज रेवाड़ी, एशियन पेंट्स रोहतक, एडवांस वैंटीलेशन प्राइवेट लिमिटेड सोनीपत, चौधरी इंटरप्राइजिज सोनीपत, इसजैक हैवी इंजीनियरिंग लिमिटेड यमुनानगर तथा चंदरपुर वर्कस प्राइवेट लिमिटेड यमुनानगर शामिल हैं।