चंडीगढ़, 1 मार्च : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पुलिस कमिश्नरेट, गुरुग्राम में रात्रि डयूटी के लिए सेना के भूतपूर्व सैनिकों में से 1000 अतिरिक्त विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओज) को लगाने के लिए सहमति दी है।एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि इन कर्मियों को रात्रि के समय गश्त और अन्य सुरक्षा डयूटियों पर तैनात किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि 25 वर्ष से 50 वर्ष की आयु के भूतपूर्व सैनिक और इससे पूर्व जिन्हें अनुशासनहीनता, दुव्र्यवहार या मेडिकल अनफिटनैस के कारण सेवा से हटाया या बर्खास्त नहीं किया गया है, वे सेवा के लिए पात्र होंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे पात्र वालंटियर्स भूतपूर्व सैनिकों को 14,000 रुपये के मासिक मानदेय पर एक वर्ष की अवधि के नियुक्त किया जाएगा। यह मानदेय नकद वितरित नहीं किया जाएगा बल्कि मानदेय एसपीओज के बैंक खातों में जमा किया जाएगा।
प्रवक्ता ने कहा कि इस सहायक बल के सदस्यों को उनके गृह पुलिस थानों में तैनात नहीं किया जाएगा बल्कि जहां तक संभव हो सकेगा उनके निवास स्थान के निकट लगते पुलिस थानों में उन्हें तैनात किया जाएगा। बहरहाल, इच्छुक व्यक्तियों को अन्य कमिश्नरेट या जिले में तैनात किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नियुुक्ति के समय इस सहायक बल के सदस्यों को दो वर्दी सेटों के लिए 3000 रुपये का एकमुश्त वर्दी भत्ता, एक जोड़ी जुते और अन्य आवश्यक वर्दी वस्तु जैसे एसपीओज को कंधा प्रतीक चिन्ह और कैप दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, वे उनके सरकारी दौरे के लिए 150 रुपये प्रति दिन की दर से टीए डीए के भी पात्र होंगे ।
उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस में सिपाही के लिए लागू अवकाश के अनुसार उन्हें आकस्मिक अवकाश दिया जाएगा। वे मृत्यु की स्थिति में 10 लाख रुपये की दर से अनुग्रह मुआवजा राशि, स्थायी रूप से विकलांगता पर एक लाख रुपये से तीन लाख रुपये और घायल होने की स्थिति में एक लाख रुपये की राशि के भी पात्र होंगे।
प्रवक्ता ने कहा कि सहायक बल में एसपीओज के रूप में वालंटियर्स लगाते समय कोई लिखित परीक्षा या शारीरिक माप-तोल नहीं किया जाएगा। बहरहाल, भूतपूर्व सैनिक को सेना में कम से कम पांच साल की सेवा की होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त, सेवा से डिस्चार्ज के समय चिकित्सा श्रेणी ए होनी चाहिए। सेवा से डिस्चार्ज के समय चरित्र उत्कृष्ट होना चाहिए। सेना में सक्रिय सशस्त्र डयूटी पर तैनात उम्मीदवारों को अधिमान दिया जाएगा।