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सीएम ने दीनबंधु सर छोटूराम सभागार का शिलान्यास किया
आगामी वर्ष के दौरान 29 महाविद्यालय और खोले जाएंगे
चण्डीगढ़, 20 जनवरी-हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमारी विडम्बना यह है कि समाज सुधारकों को विशेष वर्ग के साथ जोड़ दिया गया है और ऐसे महानपुरूषों को वर्ग के साथ जोडऩे की बजाय पूरे समाज के साथ जोडऩा चाहिए।
मुख्यमंत्री आज स्थानीय जाट शिक्षण संस्थाओं में उनके 137वें जन्मोत्सव के पावन अवसर पर दीनबंधु सर छोटूराम सभागार का शिलान्यास करने उपरांत उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने के लिए इस वर्ष 22 महाविद्यालय खोले गए हैं। आगामी वर्ष के दौरान 29 महाविद्यालय और खोले जाएंगे ताकि प्रदेश की छात्राओं को 10 किलोमीटर की दूरी पर शिक्षा मुहैया करवाई जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश के युवाओं को काबिल बनाने के लिए कौशल विकास विश्वविद्यालय शुरू करके सैंकड़ों प्रशिक्षण शुरू किए हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षा ही मनुष्य का सर्वांगीण करती है। इसलिए सरकार ने शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए बेहतर प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार के क्षेत्र में भी योगय बनाने हेतु पलवल में विश्वविद्यालय की स्थापना करना अनुकरणीय कार्य है। इसके साथ ही प्रदेश में औद्योगिक वातावरण मुहैया करवाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार मिले और उद्योगों को बढ़ावा मिले, इसके लिए सरकार ने 7 लाख करोड़ रूपये का पूंजी निवेश स्थापित करने की दिशा में सकारात्मक वातावरण तैयार किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने मूल्यांकन कर उद्योगों के लिए एक ही छत के नीचे अधिक से अधिक सुविधाएं दिलाने के लिए भी सकारात्मक पहल की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सर छोटूराम जैसे महापुरूष का जन्म जाति विशेष में होता है लेकिन उन्होंने व्यक्तित्व से ऊपर उठकर सारे समाज को जीने की राह दिखाई इसलिए समाज के प्रत्येक नागरिक को उनका अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि, संत शिरोमणि गुरू रविदास व गुरू नानक देव जी ने भी मानव कल्याण और समाज उत्थान विषय को लेकर अहम कार्य किए। हमारी विडम्बना यह है कि ऐसे समाज सुधारकों को विशेष वर्ग के साथ जोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे महानपुरूषों को वर्ग के साथ जोडऩे की बजाय पूरे समाज के साथ जोडऩा चाहिए। उन्होंने कहा कि दीनबंधु सर छोटूराम का जन्म ऐसे समय में हुआ जब देश गुलाम था और किसान गरीबी और अन्याय के दो पाटों के बीच पीस रहा था। उन्होंने किसानों ही नहीं बल्कि उद्योगपतियों, व्यापारियों के लिए भी कार्य किया। किसानों के कर्जे माफ करने के अलावा जोत वाले किसान को मालिक बनाने का हक दिलाने, व्यापारियों को साप्ताहिक छुट्टी दिलाने जैसे कार्य करके पूरे समाज को हितार्थ करने का कार्य किया। इसी भावना के कारण उनका नाम इतिहास में सदैव सितारे के रूप में चमकेगा।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि सरकार ने स्वच्छ प्रशासन के साथ कई प्रकार के सकारात्मक अभियान चलाए, जिनके कारण आज प्रदेश को 45 पुरस्कार मिलें हैं। उन्होंने कहा कि व्यापार के क्षेत्र में अच्छा माहौल तैयार करने की दिशा में गत तीन वर्ष पूर्व प्रदेश 14 वें स्थान पर था। वर्तमान में यह छठे स्थान पर आ गया है। इसके लिए प्रदेश का प्रत्येक नागरिक व प्रशासन बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की तबादला नीति, बायोमैट्रिक हाजिरी, पैंशन को बैंक के माध्यम से देना तथा कैरोसिन फ्री हरियाणा बनाना, उज्जवला स्कीम के तहत हर घर को सिलेण्डर मुहैया कराना तथा दाखिले को आधार बेस बनाना व किसान को भावांतर योजना का लाभ देना व जोखिम फ्री बनाने जैसी नीतियों को क्रियान्वित करके समाज के हर वर्ग को लाभान्वित कर सशक्त बनाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ऐसे महानपुरूषों की सोच के अनुरूप कार्य कर रहे हैं। सबको न्याय व हक मिलें तथा वंचित समाज को लाभान्वित करके समाज की मुख्यधारा में लाया जा सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार ने भी तीन साल पूर्व इस तरह का संकल्प लिया और आज जातिवाद, भाई-भतीजावाद व भ्रष्टाचार से मुक्त प्रशासन देने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई भी आरोप नहीं लगा है और प्रदेश के हर व्यक्ति की चिंता लेकर अढ़ाई करोड़ जनता को परिवार मानकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा एक-हरियाणवी एक और जाति-पाति की दीवारों से ऊपर उठकर कार्य किए बगैर हम आगे नहीं बढ़ सकते। उन्होंने कहा कि जाति की बजाय देश के अन्य प्रदेशों के विकास के साथ आगे बढऩे हेतु प्रतिस्पर्धा करें तभी हम प्रदेश को अन्य राज्यों की अपेक्षा अग्रणी बनाने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस द्वारा दुर्गा आप्रेशन शुरू किया गया है इसके तहत मनचले युवकों पर काबू पाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने 12 वर्ष से कम आयु की लड़कियों के साथ रेप करने वाले दोषियों को मृत्युदंड का प्रावधान करने का अहम निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश की तर्ज पर हरियाणा में भी बलात्कारियों को सजा दिलाने के लिए सख्त कानून बनाया जाएगा और आगामी विधानसभा सत्र में सरकार विधानसभा में बिल लेकर आएगी। उन्होंने कहा कि अत्यधिक विश£ेषण के बाद यह संज्ञान में आया है कि 75 प्रतिशत रेप व छेडख़ानी के मामले अपने जानकार व्यक्तियों द्वारा किए जा रहे हैं इसके लिए समाज में विशेष जागृति अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे सरकार के इस कार्य में सहयोग करें और छोटी बच्चियों के खिलाफ इस तरह के अपराध को रोकने में मदद करें।
मुख्यमंत्री ने दीनबंधु सर छोटूराम के नाम पर बनाए जाने वाले सभागार के लिए 51 लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की। उन्होंने वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु व कृषि ममंत्री ओमप्रकाश धनखड़ की ओर से 21-21 लाख रूपए तथा सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर की ओर से 11 लाख रूपए की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर दीनबंधु सर छोटूराम की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हेंं भावभीनी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने इस मौके पर जाट हीरोज न्यूज पेपर का भी विमोचन किया।
समारोह को सम्बोधित करते केन्द्रीय ईस्पात मंत्री चौ.बीरेंद्र सिंह ने कहा कि जाट शिक्षण संस्थाएं प्रदेश की आन-बान और शान की जननी है। प्रथम विश्व युद्ध में शामिल हुए प्रदेश के जाट रेजिमेंट सैनिकों ने स्पैन व इटली के दौरे के दौरान इस संस्थान की नींव रखने पर विचार किया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने सोचा कि यदि दुनिया में अपने बच्चों का भविष्य उज्जवल करना है तो वह शिक्षा से ही किया जा सकता है। उनकी इन कुर्बानियों को शिक्षण संस्थान सदैव याद रखेगा। उन्होंने कहा कि आज इन शिक्षण संस्थाओं में बेहतर व गुणवत्ता वाली शिक्षा मुहैया करवाई जा रही है, जिसके कारण उच्च स्तर पर अधिकारी ही नहीं बल्कि सैनिक भी देश को मिले हैं। उन्होंने कहा कि खेल व सेना के क्षेत्र में अतुल्य योगदान प्रदेशवासियों का रहा है। वर्तमान में दस में से छ: अधिकारी प्रदेश के सेना में है यह जाट शिक्षण संस्थानों की ही देन है। खेल के क्षेत्र में प्रदेश ने पंजाब को पछाड़ दिया है। उन्होंने इस सभागार के निर्माण पर 16 करोड़ रूपए की लागत आएगी, इसमें 50 लाख रूपए का सहयोग दिया जाएगा।
जाट शिक्षण संस्थाओं के प्रशासक एवं एसडीएम अरविन्द मल्हाण ने कार्यक्रम में शामिल हुए महानुभाव का स्वागत करते हुए कहा कि सन 1912 में इस संस्थान की नींव रखी गई जो आज उत्तर भारत की दस शिक्षण संस्थानों में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा रोजगार, कानून आदि के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान देने वाली इन संस्थानों में 15 हजार से अधिक छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गत दिनों राज्यपाल महोदय ने स्टेट चैंपियनशिप ट्रॉफी से जाट शिक्षण संस्थान को सम्मानित किया। उन्होंने दीनबंधु के नाम पर बनाए जा रहे बहुउद्देशीय सभागार में सभी को आहूति डालने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता शमशेर खरकड़ा, जिला प्रभारी एवं पार्टी की प्रदेश सचिव डॉ. किरण कलकल, जिला महामंत्री धर्मबीर शर्मा व सतीश आहुजा, जिला मीडिया प्रभारी शमशेर खरक, डॉ. दिनेश घिलौड़, राजकुमार कपूर, राजेश भालौठ, हरीश कौशिक, रणवीर ढाका, संजय गौतम व एडवोकेट नवीन शर्मा, रामनिवास हुड्डा, प्राचार्या कृष्णा चौधरी, बीएस हुड्डा, डॉ. जसमेर हुड्डा, वीके तोमर, सुमन श्योराण, सीपी श्योराण आदि उपस्थित थे।
बाजार को पहचाने किसान:-
कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने छोटूराम जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि सर छोटूराम ने किसानों को बोलना ले सीख व दुश्मन को पहचाने की बात कही थी। लेकिन अब बदलाव आ चुका है और किसानों को अब बाजार की पहचान करनी होगी ताकि वे अपने कृषि उत्पाद अधिक दामों पर बेचकर अपनी आय को बढ़ा सके। उन्होंने कहा कि सेवा व बाजार के क्षेत्र में अपार संभावनाएं है और इन्हीं क्षेत्रों से किसान पैसा कमा सकता है। उन्होंंने कहा कि मार्किटिंग के लिए किसानों को बाबा रामदेव से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि युद्ध के लिए तो हरियाणा की भाषा ठीक है लेकिन व्यापार के लिए भाषा को नर्म बनाना होगा। उन्होंने कहा कि सर छोटूराम सरल स्वभाव के व्यक्ति थे और उन्होंने पूरा जीवन सादगी में बिता दिया। उन्होंने कहा कि छोटूराम ने जीवनभर गरीबों को उनके अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किया।