विजय दिवस पर वीर शहीदों को भावभीनी श्रद्घांजलि

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गुडग़ांव, 16 दिसम्बर। विजय दिवस के अवसर पर आज स्थानीय स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद् भवन (जोन हॉल) में उपायुक्त विनय प्रताप सिंह ने युद्घ स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित कर देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर शहीदों को अपनी भावभीनी श्रद्घांजलि अर्पित की।
 
उपायुक्त विनय प्रताप सिंह नेे कहा कि सन 1971 के भारत-पाक युद्घ में गुडग़ांव जिला के 34 रणबांकुरों ने अपने प्राणों की शहादत दी थी। उन्होंने कहा कि आज के दिन हम उन शहीदों को याद करके भावी पीढिय़ों को उनकी गौरवशाली वीर गाथा से अवगत करवाते हैं। उन्होंने कहा कि यह दिवस शहीदों की महान उपलब्धि और उनके संघर्ष, योगदान व बलिदान की याद दिलाता है और सेना में महान वीर सपूतों की कुर्बानियों को याद करते हुए यह विजय दिवस मनाया जाता है। शहीदों को याद करने से युवा पीढ़ी में देशभक्ति का जज्बा पैदा होता है और हमें देश की एकता व अखण्डता को बनाए रखने की सीख मिलती है।
 
इस अवसर पर जिला सैनिक बोर्ड के सचिव विंग कमांडर (सेवानिवृत) एन सी शर्मा  ने कहा कि सन 1971 के भारत-पाक युद्घ में आज ही के दिन पाकिस्तानी सेना के लगभग एक लाख सैनिकों ने अपने कमाण्डर जनरल न्याजी के नेतृत्व में आत्मसमर्पण किया था और इसके बाद युद्घ समाप्त हो गया था, जिसके बाद से 16 दिसम्बर को हर वर्ष पूरा राष्ट्र  श्रद्घा के साथ विजय दिवस के रूप में मनाता है। आज गुडग़ांव के युद्घ स्मारक पर जिला के अधिकारियों तथा भूतपूर्व सैनिकों व उनके उत्तराधिकारियों ने भी पुष्प चढ़ाकर देश की एकता व अखण्डता की रक्षा के लिए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों को नमन किया।
 
शहीदों को श्रद्घांजलि अर्पित करने वालों में मेजर जर्नल सतबीर सिंह, जिला सैनिक बोर्ड के सचिव विंग कमांडर एन सी शर्मा , नगर निगम के डीआरओ विजय यादव, कर्नल धर्मवीर, कर्नल आर के शर्मा, जिला सैनिक बोर्ड से सूबेदार बिजेन्द्र सिंह ठाकरान, सूबेदार मेजर सुखवीर सिंह , सूबेदार सज्जन सिंह, सूबेदार रामपाल यादव,हवलदार देवीलाल, हवलदार राजबीर, हवलदार अवतार सिंह भाम्भू, महेन्दर झाड़सा, स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति से जिला अध्यक्ष  कपूर सिंह दलाल, लेखराज सिंह राघव, सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के उपनिदेशक रणबीर सिंह सांगवान सहित  जिला सैनिक बोर्ड के सदस्य तथा स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति के सदस्य शामिल थे। 

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