गुडगांव: हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) गुडगांव स्थित आपदा प्रबंधन केंद्र में हरियाणा के सभी विभागों के इंजीनियरों को भवन निर्माण, रखरखाव, भूकंप के समय किस तरह त्वरित कदम उठाए आदि का प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में हुडा, नगर निगम, नगर पालिका, जनस्वास्थ्य विभाग, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग सहित विभिन्न विभागों के एसडीओ स्तर के तीस से अधिक अधिकारियों ने भाग लिया।
इस मौके पर हिपा के महानिदेशक एसपी गुप्ता ने कहा कि लगभग पूरा हरियाणा सिस्मिक जोन चार में आता है। गुडगांव व फरीदाबाद सहित पूरे एनसीआर में औद्योगिक इकाईयां, कारपोरेट हाउस, बहुमंजिला इमारतें, मेट्रो , फलाईओवर है। ऐसे में इनक निर्माण, रखरखाव की जिम्मेदारी इंजीनियर पर अधिक होती है और लोग विश्वास करते हैं। श्री गुप्ता ने कहा कि हिपा स्थित आपद प्रबंधन केंद्र देश का उच्च स्तरीय केंद्र है। दूसरे राज्यों के अधिकारी, इंजीनियर यहां आपदा प्रबंधन की टेªनिंग के लिए आते हैं।
हिपा महानिदेशक ने सभी इंजीनियर को हिपा में स्थापित भूकंप पूर्व चेतावनी देने वाले यंत्र के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि यह यंत्र तीस सेकंड पहले भूकंप आने की सूचना देता है। रियक्टर स्केल पांच से अधिक भूकंप आने पर अलार्म बज उठता है और बिजली, पानी, कंप्यूटर, इंडस्ट्री, मेट्रो आदि सेवाएं अपने आप रुक जाती है। इस मौके पर श्री गुप्ता ने नैतिकता, सकारात्मक विचार, संतुलित आहार, बुराईयों से दूर रहने का आहवान भी इंजीनियरों से किया। आपदा प्रबंधन की फैकल्टी के प्रोफेसर डाक्टर अभय श्रीवास्तव ने बताया कि भवन निर्माण व इसके रखरखाव सही समय पर हो और लोगों को भूकंप या अन्य प्राकृतिक आपदा से बचाव की सही जानकारी हो तो जान माल की हानि को बहुत कम किया जा सकता है। उन्होंने आशा जताई की सभी इंजीनियर अपने विभागों में आपदा प्रबंधन विषय कोे ध्यान में रखते हुए काम करेंगे। इस मौके पर आपदा प्रबंधन फैकल्टी के प्रोफेसर डाक्टर भुवन भी उपस्थित रहे।