Font Size
: पांच और जिला पार्षद दे सकते हैं हलफनामे
: जिला प्रमुख अनीसा बानो ने भी दिया वाईस चेयरमैन के खिलाफ हलफनामा
यूनुस अलवी
मेवात: मेवात जिला परिषद के वाईस चेयरमैन ऐडवोकेट अय्यूब खान की कुर्सी खतरे में आ गई है। वाईस चेयरमैन को उनके पद से हटाने के लिए 25 में से 18 जिला पार्षदों ने डीडीपीओं को अपने हल्फानामें दे दिये हैं। हल्फनामा देने वालों में मेवात की जिला प्रमुख और वार्ड 18 से जिला पार्षद अनीसा बानों ने भी अपना हल्फनामा दे दिया है। जिला परिषद के 18 जिला पार्षदों ने डिप्टी सीईओ एवं डीडीपीओ राकेश मोर को सौंपे हलफनामे में जिला पार्षदों ने वाईस चेयरमैन अय्यूब ऐडवोकेट की कार्यशैली से असंतुष्ट होकर उन्हें पद से हटाने की मांग रखी है।
हल्फाना देने वालों में वार्ड 18 से पार्षद एंव मेवात जिला परिषद की चेयरपर्सन अनीसा बानो, वार्ड़-1 की पार्षद पूनम, 2 से तारिक हुसैन, 4 से अंजुम, 5 से रबन्ना, 6 से जमील अहमद, 7 से जफरूद्दीन, 8 से जगन, 9 से इकबाल, 12 से शहीद अहमद, 13 से सहरूना, 14 से इमरान खान, 15 से मोहम्मद बिलाल, 19 से जान मोहम्मद, 21 से तारीफ खुर्शीद, 23 से अजरूनिशा, 24 से मदीना तथा 25 से जैकम शामिल हैं। पार्षदों का दावा है कि अभी पांच और जिला पार्षद सोमवार को डीडीपीओ का अपने हलफनामें सौंप देंगें।
पार्षदों का कहना है कि सदन ने सर्व सम्मति से 8 मार्च 2016 को वार्ड-17 से जिला पार्षद एडवोकेट अयुब खान को उपप्रमुख चुना गया था। लेकिन अपने कार्यकाल के दौरान उनकी कार्यशैली संतोषजनक नहीं रही। वे विकास कार्यों में रुचि दिखाने की बजाए पार्षदों में आपसी गुटबाजी बनाते रहते हैं। जिसके कारण पार्षद विकास कार्य नहीं करा पाते और इसी आपसी उलझन में लगे रहते हैं। इसलिए सभी पार्षदों ने एकमत होकर यह फैसला लिया है कि इन्हें पद से हटाया जाए। जिसके लिए उन्होंने हलफनामे दे दिए हैं।
क्या कहते हैं वाईस चेयरमेन ?
वहीं जिला परिषद के वाईस चेयरमैन एडवोकेट अयूब खान ने कहा कि पार्षदों ने उन्हें वोट देकर उपप्रमुख बनाया था। जिसका वे सम्मान करते है और हमेशा पार्षदों के हक की लड़ाई लड़ते हैं। यदि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाता है तो वे उसे सहर्ष स्वीकार करेंगे।
क्या कहते हैं जिला परिषद् के डिप्टी सीईओ।
जिला परिषद के डिप्टी सीईओ एवं जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राकेश मोर ने बताया कि 18 पार्षदों ने हलफनामे दे दिए है तथा कुछ और पार्षद सोमवार को हलफनामे देने की बात कह रहे है। जिसके बाद बैठक बुलाई जाएगी और बैठक में अविश्वास प्रस्ताव आता है तो वाईस चेयरमैन को पद से हटाया जाएगा।