लाखों श्रद्धालु कर रहे हैं सुल्तानगंज से देवघर तक 105 कि0मी0 की पैदल यात्रा
जिला उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने पूरे मेला क्षेत्र का अवलोकन किया
मेला क्षेत्र में पानी के नल से स्वयं पानी पीकर की पेयजल गुणवत्ता की जांच
देवघर : 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध देवघर का श्रावणी मेला किसी महाकुंभ से कम नहीं है। प्रतिदिन लाखों-लाख की तादाद में कांवरिया यहाँ आकर बाबा को जलार्पण कर रहे हैं। सुल्तानगंज से देवघर तक 105 कि0मी0 की पैदल यात्रा कर यहाँ आने वाले शिवभक्त मतवाले हों या इतनी लंबी दूरी तक दंड देते हुए आ रहे हों सभी यहाँ आकर स्वयं को सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं. श्रद्धा का भाव इस कदर परवान चढ़ा है कि कुछ श्रद्धालु उत्साह में इस यात्रा को एक हीं दिन में पूरी कर रहे हैं। वास्तव में यहाँ आस्था व विश्वास का जनसैलाब उमड़ रहा है. श्रावणी मेला मे श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा मिले इसके लिए जिला उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने आज पूरे मेला क्षेत्र का अवलोकन किया श्रद्धालुओं को मिलने वाली सभी-सुविधाओं का जायजा लिया इसी क्रम मे बेलाबगान मोड़ के समीप पानी के नल को खोल कर पानी की जांच की और संतुष्टि प्रकट की।
मंदिर में प्रारंभिक पूजा प्रातः 4.00 बजे शुरू
बुधवार को जलार्पण करने हेतु रात्रि से हीं कांवरियों का तांता लगा रहा। तड़के सुबह से हीं श्रद्धालु स्नान कर देवाधिदेव महादेव को जलार्पण करने हेतु कतारबद्ध हो रहे थें। सुबह कांवरियों की कतार नेहरू पार्क, तिवारी चौक से होते हुए सरकार भवन तक थी। मंदिर में प्रारंभिक पूजा प्रातः 4.00 बजे शुरू हुई। जलार्पण शुरू होते हीं बोल-बम और हर-हर महादेव के उदघोषों से मंदिर परिसर गूँजायमान हो उठा। जलार्पण कर सभी अपनी-अपनी सुख-शांति की कामना करते नजर आए। सुबह से लेकर अभी तक जलार्पण निरंतर जारी है। जलार्पण को लेकर बच्चों के साथ-साथ महिला व पुरूषों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है।
डाक काँवरियों को गोल्डन पास
आज दुम्मा स्थित एक्सेस कार्ड काउंटर से काफी संख्या में डाक काँवरियों को गोल्डन पास लेकर बाबाधाम की ओर आते देखा गया। सुबह से लेकर अपराह्न 1 : 00 बजे तक जलार्पण करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 80,238 हो गयी । इसके अतिरिक्त बाह्य अर्घा के द्वारा भी काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने जलार्पण किया । साथ हीं श्रद्धालुओं को शीघ्रदर्शनम् व्यवस्था का लाभ उठाते भी देखा गया ।
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
श्रावणी मेला के अवसर पर लाखों-लाख की संख्या मे काँवरिया यहाँ आ रहे है। इसके मद्दे नजर जिला प्रशासन देवघर द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए है परन्तु फिर भी इन लोगों के बीच कुछ लोग ऐसे होते है; जो की भीड़ का फायदा उठाकर सिगरेट-बीड़ी वगैरह पीते हैं और जली हुई सिगरेट को इधर- उधर फेंक देते हैं। ऐसे मे काँवरिया हेतु बनाये गए पंडालों या अन्य चीजों मे आग पकड़ने की संभावना बनी रहती है।
पंडालों में ‘‘फायर शिल्ड’’
इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा मेला क्षेत्र में बने सभी पंडालों, टेंट सिटी, क्यू कॉम्प्लेक्स, मंदिर परिसर इत्यादि जगहों पर ‘‘फायर शिल्ड’’ लगाया गया है; ताकि अप्रत्याशित आग की घटना पर समय रहते काबू पाया जा सके.
नौ अग्निशामक वाहन भी तैनात
इसके अतरिक्त नौ अग्निशामक वाहन की उपलब्धता बाबा मंदिर, नेहरू पार्क, बी.एड कॉलेज, देवघर कॉलेज, नंदन पहाड़, आर० मित्रा० उच्च विद्यालय, सरासनी, दुम्मा एवं बाघमारा बस स्टैंड में सुनिश्चित किया गया है। साथ हीं इन वाहनों का प्रयोग मंदिर प्रांगण व कांवरिया पथ की धुलाई करने एवं थके-हारे कांवरियों पर जल का फुहारा बरसाने हेतु किया जा रहा है।