12 से 15 जुलाई तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना

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हरियाणा में मानसून ने जोर पकड़ा

 प्रदेश के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा 

 
चंडीगढ़, 12 जुलाई : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी किए गए मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक हरियाणा में 12 जुलाई से 15 जुलाई तक मौसम परिवर्तनशील रहने तथा हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है।  माना जा रहा है कि हरियाणा में मानसून ने जोर पकड़ लिया है और आज प्रदेश के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक तो कई जगह सामान्य वर्षा दर्ज की गई। 
 
मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि आज जिला यमुनानगर में अधिकतम 25.8 मिलीमीटर, पानीपत में 18.5 मिलीमीटर, अंबाला में 18.4 मिलीमीटर, मेवात में 17.3 मिलीमीटर, झज्जर में 13.6 मिलीमीटर, फरीदाबाद में 13.3 मिलीमीटर जबकि रेवाड़ी में 11.8 मिलीमीटर वर्षा हुई।
 
उन्होंने बताया कि जिला रोहतक में 6.5 मिलीमीटर, पंचकूला में 6.2 मिलीमीटर पलवल में 5.8 मिलीमीटर, गुरुग्राम में 5 मिलीमीटर, भिवानी में 4.2 मिलीमीटर, कुरुक्षेत्र में 3 मिलीमीटर, करनाल में 2.3 मिलीमीटर, सोनीपत में 1.8 मिलीमीटर, जींद में 1 और महेन्द्रगढ़ में 0.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
 
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय प्रवक्ता ने बताया कि इस दौरान अधिकतम तापमान 35.0 से 38.0 डिग्री सेल्सियस के मध्य और न्यूनतम तापमान 25.0 से 28.0 डिग्री सेल्सियस के मध्य रहने की संभावना है। हवा में 60 से 80 प्रतिशत आद्रता रहने की सम्भावना है। इसके अलावा 6 से 14 किलोमीटर प्रति घण्टा के मध्य हवाएं चलने की संभावना है। 
 
कृषि मौसम विज्ञान विभाग ने सम्भावित मौसम के आधार पर किसानों को सलाह दी है कि वे धान की नर्सरी लगाना जारी रखें। धान में बकानी रोग से बचाव के लिए धान की रोपाई के 7 दिन पहले कार्बेन्डाजिम 1 ग्राम/प्रतिवर्ग मीटर की दर से रेत में मिलाकर नर्सरी में एक साथ बिखेरें और इस बात का ध्यान रखें कि नर्सरी में उथला पानी हो। पौध की रोपाई अधिक गहरी न करें।
 
किसानों को सलाह दी गई है कि नरमा कपास में निराई-गुड़ाई कर खरपतवार निकालें तथा नमी संचित करें। नरमा कपास में वातावरण में ज्यादा नमी होने से सफेद मक्खी का प्रकोप हो सकता है। अगर सफेद मक्खी दिखाई दे तो मौसम साफ रहने पर ही नीम आधारित एक लीटर निम्बिसीडीन को 250 लीटर पानी में घोल बनाकर प्रतिएकड़ छिडक़ाव करें। 
 
प्रवक्ता ने बताया कि बाजरा और ग्वार फसलों की बिजाई करते समय बदलते मौसम का ध्यान अवश्य रखें। बारिश की संभावना को देखते हुए किसानों को सलाह दी गई है कि वे लगी हुई सब्जियों तथा फलदार पौधों में सिंचाई रोक लें। वातावरण में ज्यादा नमी होने के कारण सब्जियों की फसलों में रस चूसक कीटों का प्रकोप हो सकता है। 
 
पशु देखभाल के संबंध में उन्होंने बताया कि नमी वाले मौसम के कारण पशुओं को हवादार स्थान रखें और आवश्यकता अनुसार पानी पिलाएं और हरा चारा खिलाएं। पशुओं के अच्छे स्वास्थ्य व दूध उत्पान के लिए 50 ग्राम नमक तथा 50 से 100 ग्राम खनिज मिश्रण प्रति पशु अवश्य दें। अधिक जानकारी के लिए हिसार में  टोल फ्री नम्बर 18001803001, उचानी (करनाल) के लिए 18001803111 और बावल (रेवाड़ी) के लिए 18001804002 तथा दिल्ली के लिए 18001801551 तथा ई मेल द्बड्डड्डह्य.द्धद्बह्यड्डह्म्ञ्चद्दद्वड्डद्बद्य.ष्शद्व पर सम्पर्क कर सकते हैं।

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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