महर्षि नारद थे ब्रम्हांड के प्रथम पत्रकार: नरेंद्र कुमार 

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समाज को धर्म आधारित जीवन व्यतीत करने के लिए करते थे प्रेरित

विश्व संवाद केन्द्र की ओर से आयोजित किया गया पत्रकार सम्मान समारोह

 

यूनुस अलवी

 
नूंह। ब्रहांड़ के आदि पत्रकार देवर्षि नारद जयंती के उपलक्ष्य में विश्व संवाद केंद्र द्वारा नूंह के लघु सचिवालय के सभागार में पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समरोह में उपायुक्त मनीराम शर्मा मुख्यातिथी तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार ने मुख्य वक्ता के तौर पर अपनी बात रखी। वरिष्ठ पत्रकार सुखबीर चौहान की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में हरियाणा प्रांत के सह प्रचार प्रमुख राजेश कुमार, विभाग प्रचार प्रमुख अनिल कश्यप, विभाग प्रचारक शिव कुमार, भिवानी विभाग के प्रचार प्रमुख कैलाश समेत विभिन्न लोगों द्वारा पत्रकारिता विषय पर अपने उदबोधन रखे गए।
 
उपायुक्त मनीराम शर्मा ने कहा कि आज वे जो कुछ भी है पत्रकारों के कारण है। क्योंकि जब वे बहरे थे और आईएएस बनने के लिए संघर्ष कर रहे थे तो पत्रकारों ने उन्हें पूरा सहयोग किया। मेवात जिले को ओड़ीएफ बनाने, मिशन इंद्रधनुष के लिए लोगों को जागरूक करने जैसे अभियानों में मेवात के पत्रकारों ने सकारात्मक भूमिका निभाई है। आरएसएस के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार ने कहा कि पत्रकारिता एक ऐसा विषय है जो समाज को सही व गलत दिशा दे सकता है।
 
आज अखबार, टीवी चैनल, सोशल मीड़िया से समाज का बहुत बड़ा वर्ग जुड़ा हुआ है। मीड़िया जगत की बातों पर प्रत्येक व्यक्ति विश्वास करता है। इसलिए मीड़िया जो खबर चलाता या छापता है, वह लोगों के लिए सत्य होती है। इसलिए पत्रकारों का दायित्व बनता है कि वे अपने इस कार्य को पूरी इमानदारी व निष्ठा के साथ तथा तथ्यों को जांच-परखकर कर प्रस्तुत करें। उनकी एक छोटी-सी गलती समाज में बहुत बड़ा तूफान खड़ा कर सकती है। देवर्षि नारद ने हमेशा ही लोगों को धर्म आधारित जीवन जीने के लिए प्रेरित किया। समाज व धर्म की रक्षा के लिए वे देवताओं से भी भिड़ जाते थे।
 
आज के युग में पत्रकार समाज की समस्याओं व भलाई के लिए शासन-प्रशासन से भी टक्कर लेते है तो कई बार खबर करते-करते पत्रकार खुद खबर बन जाते है। वहीं आज के युग में पत्रकारों पर लगातार ऊंगलियां भी उठती रहती है। क्योंकि पत्रकारिता के क्षेत्र में कुछेक स्वार्थी व गलत लोगों के घुस जाने के कारण पूरी पत्रकार बिरादरी को लोग गलत निगाहों से देखने लगे है। ऐसे में पत्रकारों को चाहिए कि वे सकारात्मक पत्रकारिता करें, समाज को जागरूक व सही दिशा देने का काम करें। समस्याओं के साथ-साथ जो भी अच्छी चीजें समाज में घटित हों, उनका भी प्रकाशन बराबर होना चाहिए, क्योंकि इससे लोगों को प्रेरणा व उत्साह मिलता है। समारोह में सभी पत्रकारों को स्मृति चिन्ह देकर उन्हें समाज को सही दिशा देने के लिए प्रेरित किया गया।

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