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यूनुस अलवी
पुन्हाना: पंचायत कि करीब 86 एकड जमीन सीआरपीएफ को बैचने से आऐ करीब 15 करोड रूपये पंचायत फंड में होने के बावजूद भी गांव टूंडलाका ग्राम पंचायत कि गलियां प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान योजना को ठेंगा दिखा रही है। गांव कि गलियों कि हालत इतनी खराब है कि रात कि बात तो दूर लोग दिन के समय भी गलियों से गुजर नहीं सकते हैं। घरों के गंदे पानी कि निकासी ना होने कि वजह से गलियों में कीचड भरी हुई है। रास्ते ने निकले वाले लोगों के कपडे खराब हो जाते है।
गांव टूंडलाका निवासी वकील, जुनेद, मीहरू, सोहराब, हकमुद्दीन, हुसैन खां, रति खां, असलम पंच और जमशेद ने बताया कि उनके गांव का एक मुख्य रास्ता है जो हुसेनखां के घर से असलम के घर तक जाता है। इस रास्ते पर करीब 80 घरों के हजारों लोगों का रात दिन का आना-जाना रहता है। घरों के गंदे पानी कि निकासी ना होने कि वजह से रास्ते में हमेशा गंदा पानी भरा रहता है जिससे राहगीरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि इस रास्ते पर मस्जिद भी है जब नमाज के लिये बुजुर्ग जाते हैं तो वे कई बार गिर जाते हैं तथा कपडे खराब हो जाते हैं। वहीं गलियो में गंदा नानी भरा होने कि वजह से पानी में मच्छरों की भरमार होने से गांव में बीमारियां फ़ैल रही हैं। उनका कहना है कि इस रास्ते के निर्माण के लिये करीब 26 लाख रूपये भी सरकार ने मंजूर कर रखे हैं लेकिन उसके बावजूद भी इसे बनाया नहीं जा रहा है।
क्या कहते हैं सरपंच ?
गांव टूंडलाका कि सरपंच अमानत खान के पति अरशद खान ने बताया कि इस रास्ते कि मंजूरी सरकार ने कि हुई है तथा 26 लाख रूपये की लागत से इसे बनाने का टेंडर भी छोड रखा है लेकिन ठेकेदार इसे बनाने का नाम नहीं ले रहा है। अरशद का कहना है कि अगर ठेकेदार इसे नहीं बनाता है तो पंचायत फंड से इस रास्ते को जल्द ही बनाया जाऐगा।