स्वराज इंडिया के जनाधार का विस्तार शुरू
कर्णाटक की राजनीति में बनने लगे नए समीकरण
योगेन्द्र यादव ने बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में की विलय की घोषणा
स्वराज इंडिया कर्णाटक ईकाई की समन्वय समिति का गठन
के एस पुत्तान्नि के रूप में पार्टी को मिला पहला विधायक
आर एस चौहान
नई दिल्ली : अपने गठन के एक दशक के बाद, सर्वोदय कर्णाटक पार्टी स्वयं को फैलाने को उत्सुक थी और सही समय का इंतज़ार कर रही थी. ऐसे में भारत की विघटनकारी राजनीति के बीच एक अनूठी राजनीतिक पार्टी, स्वराज इंडिया, का उदय हुआ, जिसका संकल्प राष्ट्र निर्माण है. इसीलिए सर्वोदय कर्णाटक पार्टी का 25 मार्च को स्वराज इंडिया में विलय हो गया .स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष, योगेन्द्र यादव ने बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में इस विलय की घोषणा की|
विलय का यह निश्चय अचानक ही नहीं हुआ. इस से पहले सर्वोदय कर्णाटक पार्टी को लगा था कि आम आदमी पार्टी देश की राजनीती को नयी दिशा देगी, लेकिन वह जल्द ही दिशाहीन हो गयी. इसी वजह से सर्वोदय कर्णाटक पार्टी ने आम आदमी पार्टी में विलय के विचार को त्याग दिया.
ऐसे मुश्किल समय में और देश में सकारात्मक राजनीती के उद्देश्य और ज़िम्मेदारी के साथ, योगेन्द्र यादव, प्रशांत भूषण, प्रो आनंद कुमार और ऐसे सामान विचार के लोगों ने स्वराज अभियान का गठन किया. स्वराज अभियान ने कई विभिन्न संकल्पों का गठन किया, जैसे जय किसान आन्दोलन, भ्रष्टाचार विरोधी टीम, यूथ फॉर स्वराज, शिक्षा स्वराज, अमन समिति, जिसके तहत उन्होंने देश में व्यापक जन आंदोलनों, सकारात्मक राजनीति एक साथ आये. इसी से प्रेरित होकर सर्वोदय कर्णाटक ने स्वराज इंडिया के साथ हाथ जोड़ लिए.
सर्वोदय कर्णाटक पार्टी स्वराज अभियान के विभिन्न कर्योक्रमों में पहले भी भागीदार रही है. उसका मानना है कि स्वराज अभियान ने उसकी सोच को नयी आशा और उड़ान दी है.
स्वराज अभियान ने भारत माँ के हृदय वेदना को समझते हुए, विघटन राजनीती में जकड़ी उसकी परिस्थिति से संघर्ष करने के लिए राजनीतिक दल, स्वराज इंडिया, का गठन किया. चूंकि सर्वोदाता कर्णाटक पार्टी भी इसी सोच और ज़िम्मेदारी से प्रेरित है, इसलिए एक अलग दल बने रहने का कोई औचित्य न देखते हुए, वह स्वराज इंडिया में अपना विलय करता है.
स्वराज इंडिया भविष्य में भी ऐसे क्षेत्रीय दलों, जो एक संगठित, मज़बूत भारत की रचना के लिए प्रतिबद्ध हैं, और जो देश के हाशिये पर खड़े समाज की आवाज़ हैं, को मज़बूत करने के लिए संकल्पबद्ध है. स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष, योगेन्द्र यादव ने बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में इस विलय की घोषणा की|
इस अवसर पर स्वराज इंडिया कर्णाटक की समन्वय समिति का भी गठन किया गया . इस समिति के सदस्य के रूप में करुनाकर पी बी
, चमरासा माली पाटिल, वसंता कुमार सदस्य एवं चुक्की नन्जूँदास्वमी – कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया.
इसके अतिरिक्त, सर्वोदय कर्नाटक के अध्यक्ष, देबनुर महादेव, स्वराज इंडिया राष्ट्रिय अध्यक्ष मंडल के सदस्य रहेंगे और बदगालापुरा नागेन्द्र राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य मनोनीत किये गए हैं. पार्टी के पहले विधायक, के एस पुत्तान्नि राष्ट्रीय कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं.