गुरुग्राम:संस्कार भारती की नवोदित इकाई काव्य साधना साहित्यिक समिति द्वारा माधव भवन सेक्टर 12 गुरुग्राम मेंकल दिनांक 12 फरवरी को एक शानदार काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया,मीडिया प्रभारी प्रमोद पारीक नेबताया इस कार्यक्रम में संस्कार भारती केराष्ट्रीय सह मंत्री श्री रविन्द्र भारती जी एवं मेजर दीनदयाल जी (प्रांतीय अध्यक्ष ) उपस्थित रहे, समिति के प्रमुख कार्यकारिणी सदस्य कमल गोयल,कमलेश कौशिक “कमल”,श्री ऐ.डी.अरोड़ा,अंकिता सिंह,कृष्ण जैमिनी ने शानदार काव्य पाठ किया |मंचसंचालनकवियत्री साधना शर्मा “गीत” ने किया | 65 कवियों ने ने इस काव्य गोष्ठी में शिरकत कर अपने काव्य पाठ से श्रोताओ को भाव विभोर किया| कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि शैल भदावरी जी ने की एवं जयपुर से निशा माथुर जी कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि रही|
दिल्लीसे मनोज मिश्रकप्तान ने बहुत सुन्दर रचना प्रस्तुत की
अजब हालत है बदले ये घर घर कि कहानी है |
बहुत ही बदले ये घर जो न बिखरी जवानी है ||
कहर टूटे जवानी के ज़माने में भी ऐसे घर है|
इधर आँखों मेंमरा पानी उधार आँखों में पानी है||
ऐसे ही अली खान ने कुछ इस तरह की रचना प्रस्तुत की,
मानाकी तेरी बज्म से कुछ दूर हो गये |
पर ये न समझना की हम दूर हो गये ||
कुछ रंग जिन्दगीने दिखाए है बदलकर |
बस उनको समझने में ही हम चूर हो गये ||
काजल गुप्ता ने सुन्दर गीत प्रस्तुत किया
बहुतयादआये भूलाते भूलाते,तुम्हे जिन्दगी से मिटातेमिटाते ||
साधना शर्मा गीत ने अध्यात्मिक रचना प्रस्तुत की
‘इस जिन्दगी का कारवां कब कहाँ रुक जाये |
ख्वाहिशोकी मिटटी कब राख बन उड़ जाये||
पवन पागल के गीत ने सभी को भावुक कर दिया
“दुनिया है दगाबाज यहाँ प्यार नहीं मिलता,
राही मैं अंधेरो का प्यार नहीं मिलता,|
मिलते है यूँ तो हर मोड़ पर मुसाफिर,
गम से है जो बचाता वो यार नहीं मिलता ||”
घमंडीलाल अग्रवालभी इस कार्यक्रम में मोजूद रहे,निशा माथुर और बहुत से कवियों ने बसंत ऋतू पर गीत कहे साथ ही कवियों ने नोटबंदी व अन्य राजनीतिक मुद्दों पर रचनाये पढ़ी |
रवि सरोहा ने शृंगार रस और विरह पर गीत गजल कहे कालीशंकरसोम्यजी ने हिंदी भाषा के महत्व और हिंदी प्रेम को उजागर करती रचना “हिंदी भाषा बोलिए दीजिये इसको मान,ये हमको दिलवाएगी दुनिया में सम्मान “ पढ़ी |कमलेश कौशिक जी ने भ्रूण हत्या पर शानदार कविता पाठ किया |इस काव्य गोष्ठी के अध्यक्ष शैल भदावरी जी ने राजनितिक मुद्दों पर काव्य शैली में मात्रिक त्रुटी की और ध्यान इंगित किया| कार्यक्रम की वयवस्था में यशवंत शेखावत (जिला संयोजक),मनोज शर्मा,शैलन्द्र जी ने अपना योगदान दिया |