महाकुम्भ 2025 : मौनी अमावश्या के ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने की होड़ में मची भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत , दर्जनों घायल

Font Size

नई दिल्ली : प्रयागराज महाकुम्भ 2025 में मौनी अमावश्या को ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने की होड़ में मची भगदड़ में कुचले जाने के कारण 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई जबकि 60 लोग घायल हो गए. सभी 90 लोगों को अस्पताल पहुँचाया गया था जिनमें अलग अलग राज्यों के 30 लोगों की जान नहीं बचाई जा सकी. यह घटना बेरीकेट्स टूटने के कारण हुई जिससे स्नान करने के लिए पहले से इन्तजार कर रहे लोगों पर पीछे से आये हजारों की भीड़ ने कुचला दिया. डी आई जी महाकुम्भ ने बताया कि 36 घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है जबकि कुछ घायलों को उनके परिजन अपने साथ लेकर चले गए. दूसरी तरफ इस परिस्थिति में भी अमृत स्नान का कार्यकर्म चलता रहा और आम  श्रद्धालुओं और संतों ने स्नान किये. दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए  इस घटना की न्यायिक जांच कराने का ऐलान किया.

होगी. तीन सदस्यों की कमेटी जांच करेगी. न्यायमूर्ति हर्ष कुमार के नेतृत्व में पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ट आईएएस डीके सिंह तीन सदस्यों वाली ज्यूडिशियल कमीशन को गठित किया जा रहा है.

डी आई जी महाकुम्भ ने पत्रकार वार्ता में खुलासा किया कि 29 जनवरी को मेला क्षेत्र में ब्रह्म मुहूर्त से पूर्व प्रात 1:00 बजे से 2:00 बजे के मध्य अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ का दबाव बना.  इस भीड़ के दबाव के कारण दूसरी ओर के बैरिकेट्स टूट गए . भीड़ में लोगों ने  बैरिकेट्स फांद कर दूसरी तरफ ब्रह्म मुहूर्त स्नान का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को कुचलना शुरू कर दिया.

उन्होंने बताया कि प्रशासन ने तत्काल राहत और बचाव कार्य करते हुए ग्रीन कॉरिडोर बनाया और एंबुलेंस के माध्यम से लगभग 90 घायलों को अस्पताल तक पहुंचाया परंतु इसमें से दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से 30 श्रद्धालुओं की दुखद मृत्यु हो गई है . इनमें से 25 की पहचान हो चुकी है और शेष की शिनाख्त की जानी बाकी है . पत्रकारों के सवाल पर डी आई जी ने बताया कि कुछ लोग  अन्य प्रदेशों के भी इनमें से हैं. कर्नाटक के चार लोग, असम से एक जबकि गुजरात से एक है.  कुछ घायलों को परिवार के सदस्य लेकर चले गए हैं।

उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में अलग-अलग स्थान पर बैरिकेट्स लगे हैं . घाट पर भी और अखाड़ा रोड में भी बैरिकेट्स लगे हैं . कुछ स्थानों पर दूसरी तरफ के बैरिकेट्स टूट गए जिसके कारण भगदड़ मच गई . बैरिकेट्स टूटने के कारण जमीन पर ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने का इंतजार करने वाले श्रद्धालुओं पर पीछे की भीड़ उमड़ पड़ी. इस अफरा तफरी में यह दुर्घटना हुई . पीछे से आई भीड़ ने पहले से वहां जमीन पर बैठे या सोए हुए श्रद्धालुओं को कुचल दिया.

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने वकतव्य में कहा है कि “मुझे इस बात का अत्यंत दुख है कि महाकुंभ में हुए हादसे में हमें कुछ पुण्यात्माओं को खोना पड़ा है। श्रद्धालुओं के संयम और सहयोग से वहां जिस प्रकार पावन स्नान की प्रक्रिया एक बार फिर से शुरू हुई, वो मेरे लिए बहुत संतोष की बात है। ”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए  इस घटना की न्यायिक जांच कराने का ऐलान किया है . उन्होंने अपने वकतव्य में कहा है कि तीन सदस्यों की कमेटी इस घटना की जांच करेगी. न्यायमूर्ति हर्ष कुमार के नेतृत्व में पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ट आईएएस डी के सिंह तीन सदस्यों वाली ज्यूडिशियल कमीशन को गठित किया जा रहा है. सीएम योगी ने ऐलान किया कि मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी. उन्होंने कहा कि ये हादसा हमारे लिए सबक है.

महाकुंभ प्रशासन की तरफ से जारी मौत के आंकड़ों को समाजवादी पार्टी की मीडिया सेल ने झूठा होने का आरोप लगाया है. एक्स पर पोस्ट में पार्टी की मीडिया सेल ने लिखा, “लाशों का अंबार लगा हुआ है ,योगी/भाजपा सरकार ने 30 मौतों का जो आंकड़ा दिया है वो सरासर झूठा है. मौतें बहुत बहुत बहुत अधिक हुई हैं ,अकल्पनीय हैं ,अनगिनत हैं ,लेकिन सही आंकड़ा योगी के इशारे पर प्रशासन जारी नहीं कर रहा जबकि लगातार मोर्चरी में लाशों का ढेर/लाइन है. सीएम योगी क्या छिपा रहे हैं और क्यों ये जनता को बताएं.”

Leave a Reply

You cannot copy content of this page