-एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत लगेंगे 2.5 लाख पौधे-डीसी
गुरूग्राम, 30 जुलाई। जिला में 12 अगस्त को व्यापक स्तर पर एक पेड़ मां के नाम अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान पंचायत भूमि, विद्यालय परिसर, विश्वविद्यालय, कालेज, सरकारी अस्पताल, कृषि कार्यालय, भोंडसी जेल परिसर, नगर निगम की सार्वजनिक भूमि आदि स्थानों पर 2.5 लाख पौधे रोपित किए जाएंगे।
डीसी निशांत कुमार यादव ने लघु सचिवालय सभागार में वन विभाग की एक बैठक को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में वृक्षारोपण की गति को बढ़ाने एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए एक पेड़ मां के नाम अभियान की शुरूआत की थी। इस अभियान के दौरान हरियाणा प्रदेश में 51 लाख पौधे लगाए जाएंगे। जिनमें से 2.5 लाख पौधे गुरूग्राम जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सभी विभागीय अधिकारी अपने कार्यक्षेत्र में आने वाली जमीन में सात अगस्त तक इन पौधों के लिए गड्ढे खुदवाना सुनिश्चित करें। दस अगस्त तक सभी अधिकारी गुरूग्राम, सोहना व हेलीमंडी स्थित नर्सरियों से पौधे ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि वन विभाग की गुरूग्राम में दो तथा सोहना व हेलीमंडी में एक-एक नर्सरी है। जिलास्तर पर 12 अगस्त को एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
डीसी ने कहा कि मेरी लाइफ वेबसाइट पर जियो टैगिंग कर इन पौधों की इनके लगाने व पालने वालों के साथ फोटो अपलोड की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के पास जो सरप्लस की भूमि है, वहां भी इन पौधों को लगाया जाएगा। इसके अलावा गांव हाजीपुर के पास करीब तीस एकड़ की भूमि है तथा पंचायत ने इस भूमि पर हर्बल पार्क बनवाने का प्रस्ताव दिया है। यहां चारों तरफ बाड़ लगवा कर बड़ी संक्चया में पौधे लगवाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि पौधे लगाने के बाद यह सुनिश्चित किया जाए कि इन्हें नियमित रूप से पानी मिलता रहे और इनकी देखभाल हो। पौधारोपण को सफल तभी माना जाएगा, जब ये पौधे अपने स्थान पर लंबे समय तक खड़े रहें और वृक्ष बन कर वातावरण को शुद्घ रखें।
एडीसी हितेश कुमार मीणा ने कहा कि इस संदर्भ में जल्दी ही अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। इस अवसर पर बादशाहपुर के एसडीएम विश्वजीत चौधरी, सीएमओ डा. वीरेंद्र यादव, वन मंडल अधिकारी राजीव तेजयान, तहसीलदार राकेश कुमार, जेल उपाधीक्षक संदीप दांज, निरीक्षक अनिल कुमार, प्राध्यापक रोहित शर्मा, कृषि अधिकारी भागिंदर सिंह, पंचायत अधिकारी करतार सिंह, उप जिला शिक्षा अधिकारी डा. अंशु सिंगला इत्यादि मौजूद रहे।