पानी की जांच के लिए 113 सैंपल लिए , आठ सैंपल फेल मिले

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-स्वास्थ्य विभाग ने चलाई है मुहिम
-पुनः सैंपल फेल हुआ तो होगी कार्यवाही : सीएमओ

गुरुग्राम, 15 जून। दूषित जल के सेवन से कोई आदमी बीमार ना हो जाए, इससे बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने विशेष वाटर सैंपलिंग अभियान चलाया हुआ है। अभी तक होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल, हाउसिंग सोसायटी आदि स्थानों से पानी के 113 नमूने लिए जा चुके हैं। जिनमें से 8 फेल पाए गए हैं।

सीएमओ डा. विरेन्द्र यादव ने बताया कि इन दिनों में पानी की वजह से लोगों में बीमारियां फैलने का खतरा अधिक रहता है। शुद्ध भोजन के साथ शुद्ध पानी होना चहिए। पानी अगर खराब है तो व्यक्ति को उल्टी-दस्त, हैजा, जी मिचलाना, हैपेटाइटिस आदि बीमारी हो सकती है। इन बीमारियों की रोकथाम के लिए वाटर सैंपलिंग की जा रही है। जिसमें अभी तक 113 सैंपल लिए गए और 8 सैंपल फेल पाए गए हैं। जिनके सैंपल फेल हुए, उनमें 2 होटल, 2 हाउसिंग सोसायटी के बोरवैल और चार स्कूल शामिल हैं।

सीएमओ ने बताया कि उनकी टीम ने जीएमडीए के बुस्टिंग स्टेशन, प्राइवेट और सरकारी स्कूल, हरियाणा रोडवेज, आरओ वाटर प्लांट, हाउसिंग सोसायटी तथा जिन कालोनियों में बोरवैल से पानी की सप्लाई की जा रही है, उनके सैंपल लिए हैं। जल्दी ही गुरुग्राम के सार्वजनिक स्थानों रेलवे स्टेशन, बसस्टैंड, धर्मशाला आदि के भी पानी के नमूने लेकर उनकी जांच करवाई जाएगी।

डा. विरेन्द्र यादव ने बताया कि अभी जिन स्थानों के नमूने फेल पाए गए हैं, उनको चेतावनी दी गई है कि वे पानी की गुणवत्ता को सुधार लें। दोबारा जांच में सैंपल फेल पाया गया तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने नागरिकों से भी अपील की है कि घर से बाहर निकलते समय वे साफ पानी अपने साथ रखें और बाहर का पानी ना पीएं। हो सके तो पानी को उबाल कर उसे ठंडा करके पीना चाहिए।

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