गुरुग्राम , 07 मार्च : गुरुग्राम पुलिस ने अपहरण व मारपीट कर लूटपाट करने तथा यूपीआई ( UPI ) के माध्यम से रुपए ट्रांसफर करने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. पुलिस ने उसके कब्ज़ा से वारदात में प्रयोग की गई गाड़ी भी बरामद की है .
वारदात का संक्षिप्त विवरण :
गुरुग्राम पुलिस के पी आर ओ सुभाष बोकन ने बताया कि 5 मार्च 2024 को एक व्यक्ति ने थाना सैक्टर-56, गुरुग्राम में एक शिकायत के माध्यम से बतलाया कि वह 03 मार्च 2024 को नजदीक बूम प्लाजा सैक्टर-57, गुरुग्राम में कैब के इंतजार में खड़ा था . तभी एक गाड़ी इसके पास आकर रूकी जिसमें दो लड़के बैठे हुए थे। उन्होंने इसे लिफ्ट के लिए कहा तो इसने लिफ्ट लेने से मना कर दिया। इसके बाद उन लड़कों ने जबरदस्ती इसे गाड़ी के अंदर डाल लिया तथा इसके साथ मारपीट की. उन लोगों ने जान से मारने की धमकी दी तथा इसका मोबाईल फोन छीनकर यूपीआई के माध्यम से लगभग 49500 रुपए निकाल लिए. वे लोग इसको सैक्टर-65, गुरुग्राम में छोड़कर चले गए। इस शिकायत पर थाना सैक्टर-56, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत का मामला दर्ज किया गया।
पुलिस कार्यवाही :
पी आर ओ ने बताया कि निरीक्षक संदीप कुमार, प्रभारी अपराध शाखा डीएलएफ फेज-4, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने कार्यवाही करते हुए उपरोक्त अभियोग में अपहरण व लूटपाट करने की वारदात को अंजाम देने वाले 01 आरोपी को कल दिनाँक 06.03.2024 को दमदमा रोड़ सोहना, गुरुग्राम से काबू करने के बड़ी सफलता हासिल की। आरोपी की पहचान भूपेंद्र उर्फ भुप्पी निवासी गांव बेरका, गुरुग्राम, उम्र 22 वर्ष के रूप में हुई।
पुलिस पूछताछ :
आरोपी से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि यह प्रोपर्टी डीलर का काम करता है और दिनांक 03.03.2024 को यह अपने एक साथी के साथ अपनी स्विफ्ट कार में सवार सैक्टर-57, गुरुग्राम आया था, जहां से एक व्यक्ति को इन्होंने गाड़ी में सवारी के रूप में बैठाने के लिए बोला तो उसने गाड़ी में बैठने से मना कर दिया, फिर इन्होंने उस व्यक्ति को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाकर उसके साथ मारपीट करते हुए उसके साथ लूटपाट की, उसके बैंक खाते से रुपए निकलवाने की वारदात को अंजाम दिया।
बरामदगी :
पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त आरोपी के कब्जा से वारदात में प्रयोग की गई कार (मारुति स्विफ्ट) बरामद की गई है।
आगामी कार्यवाही :
आगामी कार्यवाही के लिए आरोपी को आज अदालत के सम्मुख पेश कर पुलिस हिरासत रिमाण्ड पर लिया गया । पुलिस हिरासत रिमाण्ड के दौरान आरोपी से अन्य साथी आरोपी व अन्य वारदातों के बारे में पूछताछ करते हुए बरामदगी की जाएगी। मामले की जांच जारी है।