वैश्य समाज को लोकसभा में एक व विधानसभा में दी जाएं 15 टिकटें : अशोक बुवानीवाला

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-10 मार्च को अंबाला में स्वाभिमान सम्मेलन होगा

गुरुग्राम/सोहना। अग्रवाल वैश्य समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने सभी राजनीतिक दलों से हाल ही में होने वाले लोकसभा चुनाव में हरियाणा से एक लोकसभा सीट वे व विधानसभा में 15 टिकटें वैश्य समाज के व्यक्ति को देने की मांग की है। वे यहां अग्रवाल धर्मशाला मे समाज के लोगों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।

इस अवसर पर नंूह के अध्यक्ष विपीन जैन, फिरोजपुर झिरका, के अध्यक्ष अशोक जैन, गुरुग्राम जिला अध्यक्ष विजय गुप्ता, राजेश अग्रवाल, अधिवक्ता रजनीश अग्रवाल, पार्षद नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन सुभाष सिगला, डॉ. विकास गर्ग, निरज सिगला, सुभाष बंसल, रवि सिंगला, उमेश मित्तल, संजय गोयल, अग्रवाल सभा के प्रधान मास्टर सतीश गर्ग, जितेंद्र मित्तल, महेश गोयल, रोहित गर्ग, जयप्रकाश गुप्ता, विरेंद्र गुप्ता उपस्थित रहे।

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बुवानीवाला ने कहा कि राज्यसभा की खाली हो रही सीट पर भी वैश्य समाज के लोगों का हक बनता है और उन्हें यह हक मिलना ही चाहिए इस बात को लेकर जल्दी ही समाज का एक शिष्टमंडल भाजपा के नेताओं से मिलेगा और मांग करेगा की राज्यसभा की खाली हो रही सीट वैश्य समाज के व्यक्ति से भरी जाए। अशोक बुवानीवाला ने कहा कि हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में समाज का 15 सीटों पर हक़ बनता है जिसमें पंचकूला और बल्लभगढ़ सबसे पहली सीटें हैं। जहां समाज के लोगों की आबादी सबसे ज्यादा है। साथ ही अंबाला, करनाल, थानेसर, जींद, हिसार, सिरसा, भिवानी, कैथल, पानीपत, सोनीपत, पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम और रोहतक सीट पर अग्रवाल समाज के लोग काफी मजबूत हैं। इसके अलावा जींद जिले की नरवाना सीट ऐसी है, जहां अग्रवाल समाज के बिना जीत हासिल करना संभव नहीं है। यह सीट अनुसूचित जाति के लोगों के लिए आरक्षित है।

उन्होंने कहा कि आज देश में सबसे ज्यादा टैक्स वैश्य समाज के लोग भर रहे हैं। समाज के लोगों के पैसे से देश चल रहा है, लेकिन राजनीतिक दलों ने इस समाज के लोगों को लंच और मंच की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी देकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली है। राजनीति में उन्हें उनकी हिस्सेदारी नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि देश को आजाद करने में वैश्य समाज के लोगों की अहम भूमिका थी। महात्मा गांधी से लेकर लाला लाजपत राय और जमुनालाल बजाज समेत आजादी की लड़ाई लडऩे वालों में 29 प्रतिशत हिस्सा वैश्य समाज का था। प्रदेश के विकास में बनारसी दास गुप्त समेत हजारों नेताओं ने अपनी अहम भूमिका निभाई। जब बात लोकसभा और राज्यसभा की आती है तो अग्रवाल समाज के लोगों को दरकिनार किया जा रहा है। अब समाज जागृत हो चुका है और 10 मार्च को अंबाला में समाज में राजनीतिक चेतना को जागृत करने के उद्देश्य से स्वाभिमान सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है जिसमें समाज के लोग समाज के हित की बात करेंगे। उन्होंने फरीदाबाद क्षेत्र के लोगों को अंबाला में होने वाले स्वाभिमान सम्मेलन में भाग लेने का न्यौता भी दिया।

जन नेता विजय सोमाणी ने कहा कि समाज के लोगों में राजनीति में अपनी भागीदारी को लेकर काफी जागरुकता आई है। यही कारण है कि पिछले निगमों, नगर परिषदों व नगर पालिकाओं के चुनावों में पूरे प्रदेश में अग्रवाल समाज के काफी संख्या में लोग विजयी हुए हैं और चेयरमैन बने हैं। उन्होंने कहा कि उनके संगठन का प्रदेश के सभी ब्लॉकों में गठन किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि वो भाजपा के अतिरिक्त कांग्रेस व आप पार्टी के अध्यक्षों से भी मिलकर उनसे भी समाज के ज्यादा से ज्यादा लोगों चुनावों में भागीदारी होने के बारे में बात करेंगे।

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