राम मंदिर बनने में सबसे बड़ा योगदान पीएम नरेंद्र मोदी का : गृह मंत्री अनिल विज

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अम्बाला छावनी में 14 जनवरी को बीपीएस प्लेनेटोरियम से भव्य “श्रीराम यात्रा” का आयोजन होगा

राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा का दिन दिपावली की तरह मनाए, मंदिरों, घरों व बाजारों में दीएं जलाएं

चंडीगढ़, 07 जनवरी : हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राम मंदिर बनने में सबसे बड़ा योगदान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है, जिस प्रकार उन्होंने समूचे देश को संभाला है और अब राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा होना एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि आज लंबी लड़ाई के बाद भगवान रामजी के जन्म स्थान पर मंदिर का निर्माण हो रहा है और भगवान राम हमारे रोम-रोम में बसते हैं।

श्री विज आज शाम अंबाला में आगामी 14 जनवरी को अम्बाला छावनी में निकाली जाने वाली “श्रीराम यात्रा” की तैयारियों को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि अम्बाला में इस आयोजन को लेकर दो कार्यक्रम होंगे जिसमें पहला 14 जनवरी को प्रात: 11 बजे “श्रीराम यात्रा” का आयोजन किया जाएगा। पैदल यात्रा बीपीएस प्लेनेटोरियम से प्रारंभ होगी और बाजारों से होती हुई प्लेनेटोरियम पर ही समाप्त होगी। भगवा रंग का झंडा व पटका लेकर सभी श्रीराम यात्रा निकालेंगे। उन्होंने यात्रा के लिए घर-घर जाकर सभी अम्बालावासियों को निमंत्रण देने का आह्वान भी किया।

गृह मंत्री अनिल विज ने बताया कि दूसरा कार्यक्रम 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत “अयोध्या यात्रा” के आयोजन का होगा। अयोध्या यात्रा के लिए पूरी एसी ट्रेन बुक की जाएगी और इस संबंध में रेलवे अधिकारियों से बातचीत की जा रही है। ट्रेन में 1700 सीटें है और जल्द इस यात्रा के कार्यक्रम को भी फाइनल किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम जी का जन्मस्थान अब बनने जा रहा है और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी। उन्होंने कहा कि समूचे हिंदुस्तान में आज राममय वातावरण बना हुआ है और हर तरफ रामजी की बात चल रही है।

इस अवसर पर भाजपा नेता राजीव गुप्ता डिम्पल, किरणपाल चौहान, विजेंद्र चौहान, सोम चोपड़ा, ललित चौधरी, जसबीर जस्सी, सुरेंद्र बिंद्रा, संजीव सोनी, बीएस बिंद्रा, राम बाबू यादव, नरेंद्र राणा, फकीरचंद सैनी, श्याम सुंदर अरोड़ा व अन्य मौजूद रहे।

22 जनवरी को अम्बाला में मनाए दीपावली : गृह मंत्री अनिल विज

गृह मंत्री अनिल विज ने कार्यकर्ताओं से 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का दिन दीपावली की तरह मनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि लोग घरों व बाजारों को दियो व लाइट्स की जगमग रोशनी से सजाए तथा मंदिरों में भी दीये जलाएं।

अयोध्या आंदोलन की यादों को ताजा किया गृह मंत्री अनिल विज ने

गृह मंत्री अनिल विज ने संबोधन के दौरान अपनी अयोध्या यादों को भी ताजा किया। उन्होंने बताया कि अयोध्या में मंदिर तोड़कर वहां एक ढांचा बना दिया था। इसके विरोध में आंदोलन चला, उसमें बहुत लोग गए और वह भी इस आंदोलन में शामिल हुए थे। आंदोलन में वह लखनऊ तक पहुंच गए थे और स्टेशन यार्ड से उतरकर वह सैकड़ों लोगों के साथ एक कालोनी की ओर बढ़े, जहां मंदिर विरोधी लोग थे। सभी पास के मंदिर में गए और सूचना मिलने पर वहां पुलिस आ गई और सभी को गिरफ्तार करके ले गई। पहले उन्हें लखनऊ थाने ले गए जहां से उन्हें उन्नाव जेल में भेज दिया। कई दिन वह जेल में रहे और फिर छोड़ दिया गया।

दूसरी बार फिर 1992 में कल्याण सिंह की सरकार बन चुकी थी और दोबारा आंदोलन हुआ। छह दिसंबर को लोगों के सब्र का बांध टूट गया और लोगों ने उस ढांचे को धाराशाही कर दिया। यह सब कुछ उनके सामने हुआ है वह उस क्षण के साक्षी हैं। इसके बाद प्रतिबंध लगा दिया गया जिसका विरोध करने के हजारों कार्यकर्ता दिल्ली में इकट्‌ठा हुए, तब वह भाजपा हरियाणा के युवा अध्यक्ष थे। जहां लालकृष्ण अडवाणी जी को गिरफ्तारी देनी थी उनकी ड्यूटी वहां थी, आंसू गैस के गोले छोड़े गए तो सब भाग गए, मगर वह आडवाणी जी के आगे ढाल बनकर खड़े रहे। इसके बाद कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तारी देने के लिए आगे बढ़े, मगर रामबिलास जी के कहने पर वह विरोध जताने के लिए आगे बढ़े और कई बैरीगेट्स तोड़ दिए। तभी उनके सिर पर पुलिस ने लाठियों से वार भी किए थे। तब अम्बाला में तीन लोगों के अकाउंट फ्रीज किए थे जिसमें वह भी शामिल थे। हालांकि बाद में प्रतिबंध हट गया था।


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